अनुच्छेद 370 समर्थक बताएं, इससे कश्मीर को क्या मिला
जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को समाप्त करने की समर्थन भाजपा ने इसके औचित्य पर सवाल उठाया है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि जो अनुच्छेद-370 को समाप्त करने का विरोध कर रहे हैं उन्हें यह बताना चाहिए कि इसने किस तरह से जम्मू-कश्मीर को लाभ पहुंचाया है? भाजपा अध्यक्ष ने विशेष राज्य का दर्जा देने वाले इस संवैधानिक प्रावधान पर बहस कराने का पक्ष लिया है।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को समाप्त करने की समर्थन भाजपा ने इसके औचित्य पर सवाल उठाया है। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा है कि जो अनुच्छेद-370 को समाप्त करने का विरोध कर रहे हैं उन्हें यह बताना चाहिए कि इसने किस तरह से जम्मू-कश्मीर को लाभ पहुंचाया है? भाजपा अध्यक्ष ने विशेष राज्य का दर्जा देने वाले इस संवैधानिक प्रावधान पर बहस कराने का पक्ष लिया है।
एक साक्षात्कार में सिंह ने कहा कि हम मानते हैं कि अनुच्छेद-370 के कारण ही जम्मू-कश्मीर को कोई लाभ नहीं मिला। क्या इससे लाभ मिला? क्या इसने गरीबी घटाने में मदद की? यदि हां तो हम लोगों को इसका स्वागत करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में कहा है, भाजपा अनुच्छेद -370 पर अपने विचार को दोहराती है और वह इसके सभी पक्षकारों के साथ मिलकर विमर्श करेगी। पार्टी इस अनुच्छेद को रद करने के लिए प्रतिबद्ध है। राजग के सत्ता में आने की स्थिति में पाकिस्तान के साथ रिश्ते के बारे में भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि परस्पर दोस्ताना रिश्ते की इच्छा रहेगी।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है। हम उसके और सभी पड़ोसियों के साथ अच्छा रिश्ता चाहेंगे लेकिन पाकिस्तान का भी ऐसा ही रुख रहना चाहिए। हमारी पाकिस्तान से भी यही अपेक्षा रहेगी कि वह भारत से अच्छा रिश्ता रखे। परमाणु हथियारों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं रहना चाहिए कि हम 'पहले इस्तेमाल नहीं' की नीति का पालन करेंगे।