ढांचागत क्षेत्र की समीक्षा कर सकते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
केंद्र सरकार के दो वर्ष पूरा होने के अवसर पर चल रहे जश्न के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ढांचागत क्षेत्र की समीक्षा कर सकते हैं। इसके लिए नीति आयोग ने एक रिपोर्ट कार्ड भी तैयार किया है।
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। राजग सरकार की दो साल की उपलब्धियों पर जश्न के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले हफ्ते ढांचागत क्षेत्र की समीक्षा कर सकते हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में रेल, सड़क, बंदरगाह और बिजली क्षेत्र की परियोजनाओं की मौजूदा स्थिति के आकलन और प्रोजेक्ट्स की गति तेज करने पर जोर दिया जाएगा। इसके अलावा अलग-अलग क्षेत्रों के समक्ष चुनौतियों पर भी चर्चा की जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि वैसे तो पीएम एक निश्चित अवधि पर ढांचागत क्षेत्र की समीक्षा करते हैं लेकिन इस बार की यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऐसे समय हो रही है जब हाल में मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के दो साल पूरे किए हैं। नीति आयोग ने ढांचागत क्षेत्र की मौजूदा स्थिति पर एक रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है। बैठक में रेल मंत्रालय, बिजली मंत्रालय और राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय सहित विभिन्न विभागों के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे।
उल्लेखनीय है कि यह बैठक मई के पहले सप्ताह में होनी थी लेकिन पीएम की व्यवस्तता के चलते यह समीक्षा बैठक टल गयी। इसलिए अब अगले हफ्ते यह बैठक बुलायी गयी है। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब मार्च महीने में कोर सेक्टर यानी आठ मुख्य ढांचागत उद्योगों की वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत रही है जो पिछले 16 महीने में सर्वाधिक है। कोर सेक्टर की वृद्धि इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें कोयला, कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, स्टील, सीमेंट और बिजली क्षेत्र शामिल हैं। यह क्षेत्र औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में 38 प्रतिशत योगदान करता है।
सूत्रों का कहना है कि बैठक में उत्तर प्रदेश और बिहार के साथ-साथ पूर्वी राज्यों में चल रही ढांचागत परियोजनाओं खासकर रेल सुविधाओं के विस्तार पर विशेष जोर दिए जाने की संभावना है। साथ ही लखनऊ, नागपुर और अहमदाबाद जैसे शहरों में मेट्रो परियोजना की प्रगति का भी जायजा लिया जाएगा। इसके अलावा ऊर्जा क्षेत्र पर भी विशेष जोर रहेगा। विद्युत उत्पादन, वितरण, तेल और पाइपलाइनें, तेल और प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों की परियोजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की जाएगी।