वेंकैया नायडू चुने गए 13वें उप राष्ट्रपति, गोपालकृष्ण गांधी को हराया
वेंकैया नायडू देश के 13वें उपराष्ट्रपति बन गए हैं। 760 वैध वोट में से वेंकैया नायडू को 516 वोट मिले जबकि गोपालकृष्ण गांधी को सिर्फ 244 वोट ही मिले।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू नए उपराष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। नायडू ने देश के दूसरे सर्वोच्च संवैधानिक पद के चुनाव में विपक्षी दलों के साझा उम्मीदवार गोपालकृष्ण गांधी को 272 वोटों के अंतर से हराया। एनडीए उम्मीदवार नायडू को इस चुनाव में कुल 516 सांसदों का वोट मिला तो गांधी के खाते में 244 सांसदों का वोट आया। वोटों के इस बड़े अंतर से साफ है कि उपराष्ट्रपति चुनाव में भी एनडीए ने न केवल अपना सियासी दबदबा जारी रखा बल्कि विपक्षी खेमे के दर्जन भर से ज्यादा सांसदों ने नायडू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की।
उपराष्ट्रपति चुनाव में गोपालकृष्ण गांधी के चेहरे के बावजूद नायडू के पक्ष में हुई क्रास वोटिंग जाहिर तौर पर विपक्ष के लिए झटका है। इस चुनाव में कुल 785 में से 771 सांसदों ने वोट डाला। इसमें से 11 सांसदों का वोट अवैध करार दिया गया। 14 सांसद मतदान में शामिल नहीं हुए इसमें 11 विपक्षी दलों के सदस्य थे। जबकि एक पीएमके नेता अंबूमणि रामदास किसी खेमे के नहीं थे। विपक्षी दलों के 11 वोट नहीं डालने वाले सदस्यों में सबसे अधिक 4 तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और कांग्रेस के दो-दो, आइयूएमएल के दो और एनसीपी के एक सांसद थे। भाजपा की ओर से केंद्रीय मंत्री विजय गोयल और सांवरलाल जाट बीमार होने की वजह से वोट नहीं डाल पाए। इस लिहाज से एनडीए के शत प्रतिशत सांसदों ने वोट डाला।
नायडू के पक्ष में क्रास वोटिंग करने वाले सांसदों में समाजवादी पार्टी, जदयू समेत कई दलों के सदस्यों का नाम लिया जा रहा है। उपराष्ट्रपति चुनाव में सांसदों की मतदान की संख्या के हिसाब से वेंकैया को जीत के लिए पहली प्राथमिकता के 381 वोटों की जरूरत थी और उन्हें 516 पहली प्राथमिकता के वोट मिले। जबकि एनडीए और समर्थक दलों की संख्या करीब 499 थी और इसके मुकाबले उसे कहीं ज्यादा वोट मिला। गोपाल गांधी को पहली प्राथमिकता के 244 वोट हासिल हुए। चूंकि नायडू पहली प्राथमिकता के वोट में ही बडे़ अंतर से जीत गए इसलिए दूसरी प्राथमिकता के वोटों की गिनती की जरूरत ही नहीं पड़ी। इस बड़ी जीत के बाद 11 अगस्त को देश के उपराष्ट्रपति की शपथ लेंगे।
मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
Congratulations to @MVenkaiahNaidu Garu on being elected India’s Vice President. My best wishes for a fruitful & motivating tenure.— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2017
My mind is filled with memories of working with @MVenkaiahNaidu Garu, in the Party & Government. Will cherish this aspect of our association— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2017
मौजूदा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को खत्म हो रहा है। वेंकैया के पद संभालने के बाद यह पहला मौका होगा जब तीनों सर्वोच्च संवैधानिक पदों पर भाजपा के नेता विराजमान होंगे। इतना ही नहीं राज्यसभा का सभापति पद एनडीए के पास आने के बाद उच्च सदन की सियासत में भी बदलाव होगा। गोपाल गांधी के उम्मीदवार होने के बावजूद विपक्षी खेमे की क्रास वोटिंग रोकने में नाकामी के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि जिन दलों की ओर से क्रॉस वोटिंग हुई है वे अपने सांसदों से इसकी पड़ताल करेंगे।
हालांकि आजाद ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष का प्रदर्शन राष्ट्रपति चुनाव के 225 सांसदों के वोट के मुकाबले ज्यादा बेहतर रहा है। इसीलिए हम तो इसे सकारात्मक मानते हैं। आजाद ने यह भी कहा कि यह जीत हार की नहीं विचाराधारा की लड़ाई थी जिसे विपक्षी के 18 दलों ने पूरी शिद्दत से लड़ी। गोपालकृष्ण गांधी ने चुनाव में वेंकैया की जीत पर बधाई देते हुए कहा कि वे अब पूरे देश के उपराष्ट्रपति होंगे और किसी एक समूह विशेष के नहीं। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में वह अभिव्यक्ति की आजादी, स्वतंत्र सोच और देश की बहुलवादी परंपरा के विचारों को बनाए रखने वालों की आवाज बुलंद करने के लिए उतरे थे। गांधी ने कहा कि इस चुनाव में दो जीत हुई एक वेंकैया की उपराष्ट्रपति चुने जाने की और दूसरी स्वतंत्र विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की जागरूकता की।
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