भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रमुख रहेगा आर्थिक और राजनीतिक मुद्दा
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी, राज्यों के पार्टी प्रमुख और प्रमुख संगठनात्मक नेता रविवार को प्रस्तावों को अंतिम रूप देंगे।
नई दिल्ली, प्रेट्र : भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक रविवार से यहां शुरू होगी। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आर्थिक स्थिति को लेकर उठ रही चिंताओं को दूर कर सकते हैं। साथ ही बैठक में सरकार के आर्थिक और राजनीतिक एजेंडे तय किए जाएंगे। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारी, राज्यों के पार्टी प्रमुख और प्रमुख संगठनात्मक नेता रविवार को प्रस्तावों को अंतिम रूप देंगे। पार्टी के विचारक दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर यानी सोमवार को इन प्रस्तावों पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चर्चा की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में समापन भाषण देंगे। इस दौरान वह सरकार द्वारा उठाए गए गरीब समर्थक कदमों और अन्य नीतियों पर लिए गए फैसलों का उल्लेख कर सकते हैं।
जीडीपी दर में गिरावट और नोटबंदी के आंकड़ों को लेकर विपक्ष के हमले के बीच उम्मीद है कि प्रधानमंत्री पारदर्शिता बढ़ाने और काले धन पर रोक लगाने में सरकार की सफलता का उल्लेख करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के प्रस्ताव में यह कहा जा सकता है कि पूर्व की संप्रग सरकार की तुलना में राजग सरकार में अर्थव्यवस्था बेहतर हो रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि बैठक में रोहिंग्या मुद्दा भी उठ सकता है।
बैठक में सोमवार को पार्टी के करीब 1400 विधायक, 337 सांसद और विधान परिषदों के सभी सदस्य शामिल होंगे। इनके अलावा राज्यों के कोर ग्रुप के नेता समेत करीब 2,000 प्रतिनिधि इसमें हिस्सा लेंगे।