धर्मशाला रेप: थाने में लड़की से पूछताछ के बाद छात्र नेताओं का हंगामा जारी
धर्मशाला सामूहिक दुष्कर्म या अफवाह मामले में मामले में पुलिस ने एक लड़की को थाने में बुलाया है। इससे मामले के संबंध में पूछताछ की जा रही है लेकिन इस संबंध में अभी तक पुलिस ने किसी तरह का बयान जारी नहीं किया है।
जागरण टीम, शिमला/धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में सरकारी काॅलेज में हुए रेप का मामला सत्ता के गलियारों तक पहुंच गया है। साइंस विभाग की दूसरे सेमेस्टर में पढ़ने वाली बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म की जांच सही तरीके से सिरे चढ़ी तो बड़े-बड़े चेहरे बेनकाब होंगे।
उधर, मुख्यमंत्री ने अपनी फेसबुक वॉल पर एसपी कांगड़ा का एक दिन पुराना प्रेसनोट डालते हुए अपील की है कि किसी के पास कोई जानकारी है तो उसे पुलिस को दिया जाए।
इस बीच सामूहिक दुष्कर्म या अफवाह मामले में मामले में पुलिस ने एक लड़की को थाने में बुलाया है। इससे मामले के संबंध में पूछताछ की जा रही है लेकिन इस संबंध में अभी तक पुलिस ने किसी तरह का बयान जारी नहीं किया है, जबकि थाने को पूरी तरह सील कर दिया गया है। किसी को भी थाने के भीतर किसी को भी जाने नहीं दिया जा रहा है। मीडिया के भी थाने के भीतर जाने पर पाबंदी है।
उधर पुलिस मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू भी जांच के लिए धर्मशाला पहुंच गए हैं। इस मामले में शाम तक ही पूरी तरह खुलासा होने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार थाने में पहुंची युवती कथित पीडि़ता की बहन नहीं है। उधर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने धर्मशाला में खूब हंगामा किया। परिषद के कार्यकर्ता कभी पुलिस थाने के सामने नारेबाजी कर रहे हैं तो कभी उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।
सरकार के एक मंत्री ने अधिकारियों से बैठक और पत्रकारों से बात करते हुए जिस तरह यह सफाई दी कि काॅलेज में ऐसी कोई घटना ही घटित नहीं हुई और फिर जैसे तीन दिनों में लगातार पुलिस की अतिसक्रियता हुई उसे देख कई सवाल ऐसे खड़े हो रहे हैं कि दाल में कुछ काला तो है। बताया यह भी जा रहा है कि अब वह बच्ची प्रदेश से बाहर किसी निजी अस्पताल में उपचाराधीन है।
काॅलेज फिलहाल छुट्टियों के लिए बंद हो गया है। प्राचार्य ने स्थान छोड़ दिया है, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने फेसबुक के जरिए अपनी पुलिस की पीठ थपथपाते हुए जनता से मदद मांगी है। वहीं कांगड़ा के दो बड़े मंत्रियों के बीच चल रही ‘रार’ इसे और तूल दे रही है। लेकिन जिस बच्ची के साथ दुष्कर्म होने के आरोप लगे हैं वह कहां है, यह पता नहीं।
वह चूड़ा पहने महिला कौन थी जिसने कालेज प्रिंसिपल को इस दर्दनाक हादसे की सूचना दी, इस पर कालेज का सीसीटीवी फुटेज खोला नहीं जा रहा। यदि बच्ची को गायब कर दिया गया तो कालेज में स्टूडेंट्स हाजिरी रजिस्टर क्या कहते हैं? फिर रूसा के तहत आने वाले रजिस्ट्रेशन नंबर की हकीकत पर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन का क्या जवाब है? यह तमाम ऐसे सवाल हैं जो सरकारी कालेज के प्रयास भवन के प्रांगण में हुई चीखोपुकार को जनता तक पहुंचा रहे हैं।
बच्ची के बारे में यह बताया जा रहा है कि वह बीएससी के प्रथम सेमेस्टर में पढ़ती थी और सेकेंड सेमेस्टर में जा रही थी। चंबा की रहने वाली इस बच्ची के माता-पिता नहीं है। बड़ी बहन की अभी दिल्ली में शादी हुई। चर्चा के अनुसार, कुछ दिन पूर्व कॉलेज परिसर में उसके साथ जो घटित हुआ उसमें चार लोग शामिल थे।
एक कालेज का छात्र था जबकि चार स्थानीय युवक थे। जिन लोगों पर दुष्कर्म के आरोप लगे हैं उनमें मंत्री का भानजा, एक भाजपा नेत्री का बेटा व एक प्रिंसिपल का रिश्तेदार बताया जा रहा है। मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण यह मुद्दा सोशल मीडिया में आग की तरह फैला है।
नाम न छापने की शर्त पर छात्र कहते हैं कि लड़की कालेज में पढ़ती थी। उसने सहेलियों को भी बात बताई थी। उसने लड़कों के नाम भी बताए थे लेकिन कालेज स्टाफ का कहना है कि उस रोज नैक की टीम आई थी। स्टाफ वहां मूल्यांकन का काम कर रहा था। कुछ भी पता नहीं कि क्या हुआ।
एसआइटी करेगी जांच
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय धर्मशाला की छात्र से कथित दुष्कर्म मामले की जांच के लिए प्रदेश पुलिस मुख्यालय ने विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन कर दिया है। इस मामले में पुलिस को सूचना देने वाले को 25 हजार रुपये बतौर इनाम की घोषणा की है।
मामले में चल रही जांच व कानून-व्यवस्था का जायजा लेने के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू भी धर्मशाला का दौरा करेंगे। पुलिस मुख्यालय ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के भी आदेश दिए हैं। इसकी पुष्टि पुलिस महानिरीक्षक (उत्तरी क्षेत्र धर्मशाला) जीडी भार्गव ने की है।
उधर, एसपी कांगड़ा ने कहा कि एसआईटी का गठन कॉलेज के प्राचार्य और प्राध्यापकों के बयानों के आधार पर ही किया गया है।इधर, पूर्व मंत्री किशन किशन कपूर ने इस मामले को संगीन बताते हुए पत्रकार वार्ता में ऐलान किया है कि अगर 24 तक आरोपियों का पता नहीं चला तो भाजपा आंदोलन पर विवश होगी।