'मन की बात' में पीएम ने की राजस्थान के देवेंद्र झाझडि़या की तारीफ
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पैरालंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझडिया की जमकर तारीफ की।
जयपुर, (जागरण संवाददाता)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के रियो पैरालंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट देवेंद्र झाझडि़या के कायल हैं। मन की बात में उन्होंने इस खिलाड़ी की जमकर तारीफ की। पीएम ने कहा कि 12 साल के बाद दोबारा देश के लिए गोल्ड जीतने वाले देवेंद्र के लिए उम्र मायने नहीं रखती।
महज आठ साल की उम्र में देवेंद्र एक पेड़ पर चढ़ रहे थे। उस वक्त पेड़ के पास से 11 हजार वोल्ट की हाई टेंशन लाइन गुजर रही थी। हाई टेंशन का तार उनके हाथ से छू गया और वह बुरी तरह झुलस कर नीचे गिर गए। देवेंद्र के बचने की बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी। वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे थे। अनेक कोशिशों के बाद देवेंद्र की जान तो बच गई, लेकिन उनका दाहिना हाथ काटना पड़ा। अब वह अपनी जिंदगी से उदास रहने लगे थे। स्कूल जाना भी छोड़ दिया था। परिजनों के काफी समझाने पर वह स्कूल जाने लगे। जब कोई सहानुभूति की नजरों से देखता था तो देवेंद्र को बुरा लगता था।
देवेंद्र अक्सर कहा करते थे, मैं ऐसा काम करूंगा कि लोग मुझ पर गर्व करेंगे। ये जब भी स्कूल से आते थे तो रास्ते में दोस्तों के साथ खेतों में संटी (सरकंडा) फेंकने का खेल खेलते थे। एक दिन इनके साथ स्कूल के पीटीआइ भी जा रहे थे। उन्होंने बाएं हाथ से तेजी से संटी फेंकते हुए देवेंद्र को देखा तो उनकी प्रतिभा को पहचान लिया। फिर क्या था गांव में लकड़ी का भाला बनाकर प्रैक्टिस करने लगे। इनकी मुलाकात अर्जुन अवार्डी आरडी सिंह से हुई। उन्होंने इनको प्रशिक्षण देना शुरू किया। देवेंद्र को 2005 में अर्जुन अवार्ड, 2012 में पद्मश्री से भी नवाजा जा चुका है।
PM से मिलकर रियो पैरालंपिक गोल्ड मेडिलिस्ट देवेन्द्र ने जताई खुशी