मोदी ने पांच करोड़ परिवारों को दिया मुफ्त रसोई गैस का तोहफा
नरेंद्र मोदी ने महर्षि भृगु की धरती बलिया से दस महिलाओं को अपने हाथों से कनेक्शन देकर तीन साल में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले पांच करोड़ परिवारों के लिए मुफ्त एलपीजी प्रदान करने वाली उज्ज्वला योजना का आगाज किया।
लखनऊ। मजदूर दिवस पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महर्षि भृगु की धरती बलिया से दस महिलाओं को कनेक्शन देकर तीन साल में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले पांच करोड़ परिवारों के लिए मुफ्त रसोई गैस (एलपीजी) देने वाली उज्ज्वला योजना का आगाज किया। बलिया के बाद वाराणसी में उन्होंने डीजल रेल कारखाना परिसर के मैदान में 16 रिक्शा चालकों के साथ चौपाल लगाकर मन की बात की। उन्हें मुफ्त ई-रिक्शा सौंपा। अस्सी घाट पर उन्होंने 11 गंगा पुत्रों को ई-बोट प्रदान किए। ई नाव में बैठकर नौका विहार भी किया। मोदी ने कहा कि अब तक गरीबी को लेकर योजनाएं बनीं। जब गरीबों को ध्यान में रखकर योजनाएं बनेंगी, तभी सरकार के होने का अर्थ होगा।
शुरुआत के लिए इसलिए चुना बलिया ---प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि उज्ज्वला की शुरुआत बलिया से इसलिए की गई क्योंकि यहां सबसे कम एलपीजी धारक हैं। सौ में केवल आठ। कहा कि लोग हवा उड़ा रहे हैं कि मोदी बलिया से चुनावी बिगुल बजाने आए हैं। हमने हरियाणा से बेटी बचाओ का आगाज किया था, क्योंकि वहां की दशा सबसे खराब थी।
मैं (मोदी) मजदूर नंबर एक ---मोदी ने अपनी सरकार को गरीबों के लिए समर्पित और खुद को देश का मजदूर नंबर एक बताया। कहा कि हमने श्रम कानून में परिवर्तन किए। न्यूनतम 1000 रुपये मासिक पेंशन की व्यवस्था की। श्रम सुविधा पोर्टल चालू किया। तय किया कि मजदूर जहां जाएंगे उनका पीएफ वहीं स्थानांतरित होगा। बोनस के लिए न्यूनतम पगार 21000 रुपये व बोनस की राशि भी न्यूनतम सात हजार तय की। प्रधानमंत्री ने मजदूर दिवस पर 21वीं सदी का मंत्र भी दिया कि विश्व के मजदूरों आओ, हम दुनिया को एक करें, दुनिया को जोड़ दें। कहा, दुनिया को जोडऩे का सबसे प्रभावी सीमेंट है मजदूरों का पसीना।
उप्र की बहाली के लिए पूर्व प्रधानमंत्री निशाने पर ---बलिया में मोदी ने भोजपुरी में 'महर्षि भृगु की धरती पर सभै के परनाम, हाथ जोड़ के दिल से सभै के परनाम...' बोलकर भावनात्मक संवाद स्थापित किया। करीब 49 मिनट के उद्बोधन में उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और उत्तर प्रदेश की बदहाली पर पूर्व प्रधानमंत्रियों को निशाने पर लिया। कहा कि उप्र ने कई प्रधानमंत्री दिए, मगर गरीबी बढ़ती गई। गाजीपुर के सांसद विश्वनाथ सिंह गहमरी ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के सामने संसद में रोकर गरीबों की दुर्दशा बताई थी। तब पटेल कमीशन बना था। आयोग के दिए सुझाव ठंडे बस्ते में चले गए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने 1000 दिनों में 18000 गांवों में बिजली पहुंचाने का संकल्प लिया है। उप्र के 1529 गांवों में से 1326 में बिजली पहुंचाई गई है। उन्होंने गंगा सफाई के लिए लोगों से आगे आने का आह्वïान किया। पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर को नमन करते हुए महान क्रांतिकारी मंगल पांडे व चित्तू पांडे का भी स्मरण किया। मंच पर राज्यपाल राम नाईक, केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र, केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा, केंद्रीय पेट्रोलियम राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मेंद्र प्रधान, सांसद भरत सिंह, प्रदेश मंत्री रामगोविंद चौधरी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, सांसद हरिनारायण राजभर, सांसद रवींद्र कुशवाहा आदि मौजूद थे।
चलता था योजनाओं की राजनीति का कारोबार ---वाराणसी में अस्सी घाट पर सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देश में दुर्भाग्य से योजनाओं की राजनीति चलाई गई ताकि उससे वोट बैंक मजबूत बनता रहे। यही कारोबार था। हमने जो भी योजना बनाई, वो गरीब को वह ताकत देती हैं ताकि गरीब स्वयं गरीबी के खिलाफ लड़ें। उन्होंने जन धन योजना का जिक्र किया कि मैंने बैंक को इसके तहत जीरो बैलेंस पर खाता खोलने को कहा, मगर गरीबों ने इसके तहत भी 35000 करोड़ रुपये बैंक जमा करा दिए। इस देश का गरीब मुफ्त में कुछ नहीं लेता। मुद्रा योजना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिना गारंटी छोटे छोटे काम के लिए बैंक ऋण देता है, इसका भरपूर फायदा उठाएं। अमीरों को देने वाली बहुत सरकार आकर चली गई। यह सरकार गरीबों को देने आई है। मछुआरों को भी ई बोट से काफी फायदा मिलेगा।
पीएम एयरपोर्ट से रवाना ----प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बलिया और वाराणसी के दौरे के बाद अस्सी घाट पर कार्यक्रम में शामिल होने के बाद रात्रि 8.27 बजे बाबतपुर एयरपोर्ट से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए। हालांकि इस दौरान स्पाइस जेट और इंडिगो एयरलाइंस के नई दिल्ली जा रहे विमानों की उडान को रोक दिया गया। हालांकि पीएम के एयरपोर्ट पहुंचने से पूर्व स्पाइस जेट के विमान को रवाना कर दिया गया था।