भारत-नेपाल द्विपक्षीय वार्ता में कई समझौतों पर हस्ताक्षर
18वें सार्क सम्मेलन में भाग लेने के लिए काठमांडू पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाई अड़डे से लेकर होटल तक जोर-दार स्वागत किया गया। यहां पर उन्होंने नेपाल के साथ कुछ एमओयू को भी साइन किया और नई घोषणाएं भी की। यहां पहुंचने पर उन्होंने कहा कि मेरे लिए सौभाग्य
नई दिल्ली। 18वें सार्क सम्मेलन में भाग लेने के लिए काठमांडू पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाई अड़डे से लेकर होटल तक जोर-दार स्वागत किया गया। यहां पर उन्होंने नेपाल के साथ कुछ एमओयू को भी साइन किया और नई घोषणाएं भी की। यहां पहुंचने पर उन्होंने कहा कि मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि बहुत ही कम समय में एक बार फिर मेरा नेपाल की भूमि पर आना हुआ है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर नेपाल खुश नहीं है तो भारत मुस्कुरा नहीं सकता है और नेपाल के खुश रहने पर भारत आनंदित होता है।
जोरदार हुआ स्वागत
नेपाल पहुंचने पर हवाई अड़डे पर पीएम मोदी को को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यहां पर नेपाल के उप-प्रधानमंत्री बाम देव गौतम ने उनकी अगुआई की। यहां से होटल पहुंचने पर उनका परंपरागत तरीके से शॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया गया। 26 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाला सार्क सम्मेलन नेपाली प्रधानमंत्री सुशील कोइराला की अध्यक्षता में बुधवार को काठमांडू में शुरू होगा। इसमें भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, श्री लंका, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और मालदीव के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हो रहे हैं।
काठमांडू-दिल्ली बस सेवा की शुरुआत
पीएम ने काठमांडू-दिल्ली बस सेवा का झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। अगर जरूरत महसूस हुई तो हम बसों में वाई-फाई की सुविधा भी मुहैया कराएंगे। इधर, दिल्ली से काठमांडू के लिए सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
ट्रामा सेंटर का किया उद़घाटन
प्रधानमंत्री मोदी ने काठमांडू में ट्रामा सेंटर का भी उद्घाटन किया। यह ट्रामा सेंटर भारत के सहयोग से बना है। यह 200 बेड का अस्पताल है, जिसमें सभी अत्याधुनिक तकनीक मौजूद हैं। अपने उदघाटन भाषण में उन्होंने कहा कि भारत हमेशा दूसरों की मदद करता रहा है। हमारे लिए यह बहुत गर्व की बात है कि हम अपनों की जिंदगियां बचाने में भी मदद कर पाएंगे।
ध्रुव और चलती-फिरती लैब की भेंट
यहां पहुंचने के बाद उन्होंने नेपाल को ध्रुव हैलिकॉप्टर भेंट किया। इसके अलावा उन्होंने मिट़टी की जांच के लिए भी एक चलती-फिरती लैब नेपाल को मुहैया करवाई।
जनकपुर, लुम्बिनी और मुक्तिनाथ न जाने पर मांगी माफी
पीएम ने कहा, समय की कमी के कारण जनकपुर, लुम्बिनी और मुक्तिनाथ नहीं जा सका। मैं वहां के लोगों से विशेष रूप से माफी मांगता हूं। भविष्य में जब कभी भी समय मिलेगा मैं जनकपुर, लुम्बिनी और मुक्तिनाथ की यात्रा अवश्य करूंगा।
नेपाल में संविधान गठन का किया समर्थन
नेपाल में नए संविधान के गठन को लेकर भी पीएम ने यहां पर अपनी बेबाक राय रखी। उन्होंने कहा कि भारत-नेपाल का अटूट नाता है। मैं एक मित्र राष्ट्र के नाते प्रार्थना करता हूं आप सहमति से संविधान बनाइए, ज़ल्दी से संविधान बनाइए। मेरा आग्रह है कि नेपाल का संविधान ऐसा बने जिसमें हर नेपाली वर्ग का प्रतिनिधित्व हो, संविधान संख्या बल से नहीं सहमति से बने।
सिंह दरबार में की नेपाल के पीएम से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ही नेपाल के पीएम सुशील कोइराला से भी सिंह दरबार में मुलाकात की और कुछ एमओयू को भी साइन किया। एक समझौते के मुताबिक अब भारत से आए पयर्टकों को अपने साथ 25 हजार रुपये लाने की इजाजत होगी। इसमें केवल पांच सौ और हजार के नोट ही स्वीकार किए जाएंगे।
नेपाल का विकास भारत की प्राथमिकता
अपनी नेपाल यात्रा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'यह मेरी पहली सार्क शिखर सम्मेलन है। छह महीने पहले शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के नेताओं ने समारोह में उपस्थित होकर शुभ शुरुआत के साथ बड़े पैमाने पर बातचीत भी की थी। अपने पड़ोसियों के साथ घनिष्ठ संबंधों का विकास मेरी सरकार के लिए एक प्रमुख प्राथमिकता है।' पीएम ने कहा कि भारत हमेशा से ही दक्षिण एशियाई क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए सभी स्तरों पर अधिक से अधिक क्षेत्रीय एकीकरण के महत्व पर जोर देता आ रहा है।
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