डिजिटल पेमेंट में बढ़ रही है लोगों की दिलचस्पी, आंकड़ों से हुआ खुलासा
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की ओर से जारी आंकड़ों में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक राज्यों में डिजिटल पेमेंट से सबसे ज्यादा लोग जुड़े।
नई दिल्ली, जेएनएन । सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक डिजिटल पेमेंट को लेकर लोगों में दिलचस्पी बढ़ रही है। सरकार ने जानकारी दी कि लकी ग्राहक योजना के 3.31 लाख ग्राहकों और डिजी धन व्यापार योजना के जरिए 21000 व्यापारियों को फायदा दिया गया है । देश भर के 24 डिजी धन मेला के माध्यम से 60.90 करोड़ रुपयों को खर्च किया गया। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद के मुताबिक इलेक्ट्रानिक एडं इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी के माध्यम के कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से देश भर के 1.94 करोड़ लोगों और 4.93 लाख व्यापारियों को डिजिटल पेंमेंट के बारे में शिक्षित किया गया।
नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) की ओर से जारी आंकड़ों में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक राज्यों में डिजिटल पेमेंट से सबसे ज्यादा लोग जुड़े। जिसमें 21 से 30 आयु वर्ग के महिलाओं और पुरुषों से हिस्सा लिया। स्कीम का उद्देश्य उपभोक्ताओं और व्यापारियों को डिजिटल पेमेंट के लिए प्रेरित करना है। सरकार का लक्ष्य डेढ़ प्रतिदिन 1500 विजेताओं पर डेढ़ करोड़ खर्च कर रही है। जबकि 8.3 करोड़ रुपये प्रति हफ्ते 14000 विजेताओं पर खर्च होंगे। ऐसे ग्राहक और व्यापारी इस लकी योजना में शामिल होंगे जो रुपी कार्ड, भीम,यूपीआई(भारत इंचरफेस फॉर मनी/यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस) और आधार से पेमेंट करेंगे।
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बता दें कि लकी ग्राहक योजना और डिजी धन व्यापार योजना की शुरुआत 25 दिसंबर 2016 को दिल्ली में वित्तमंत्री अरुण जेटली और कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद की मौजूदगी में हुयी थी। जिसके तहत 14 अप्रैल 2017 तक देशभर में 100 डिजीधन मेला को अलग-अलग शहरों में कराया जाना है। इसी दरम्यान डिजिटल पेमेंट करने वालों को योजना में शामिल किया गया है। इसमें ग्राहकों के लिए एक करोड़, 50 लाख और 25 लाख के तीन मेगा प्राइज भी दिए जाएंगे। वहीं व्यापारियों के लिए 50 लाख, 25 लाख और 12 लाख के तीन मेगा प्राइज हैं।
इस पूरी योजना पर सरकार की ओर से कुल 340 करोड़ रुएए खर्च किये जाएंगे। इसमें 300 करोड़ रुपये को ग्राहकों की प्राइज मनी और बाकी 40 करोड़ को योजना की जागरुकता और पब्लिसिटी के लिए हैं। सरकार को उम्मीद है कि योजना के जरिए 18.75 लाख लोगों को प्राइज दिए जाएंगे।
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विजेताओं के नाम-
आशुतोष मिश्रा- रामपुर उड़ीसा
जाधव अमित अनिल- घाटकोपर, मुंबई
मंगेश अनंतराव जाघव- नासिक
सुमन सप्र- उल्सोर, बैंगलुरू
त्रिप्ती देवी- आंध्र प्रदेश