गुड़गांव एक्सप्रेस वे पर जाम से कराह उठे लोग
गुडगांव। मंगलवार देर रात हुई बारिश ने पानी निकासी के सरकारी एजेंसियों के तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी। सुबह तक एक्सप्रेस वे की सर्विस लेन पानी में डूबी थीं, इसके अलावा शहर के कई रोड पर भी पानी भरा हुआ था। नतीजन सुबह जब लोग अपने ऑफिस के लिए रवाना हुए तो रोड पर जमा पानी ने वाहनों में ब्रेक लगा दिए। खेडकीदौल टोल से
गुडगांव। मंगलवार देर रात हुई बारिश ने पानी निकासी के सरकारी एजेंसियों के तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी। सुबह तक एक्सप्रेस वे की सर्विस लेन पानी में डूबी थीं, इसके अलावा शहर के कई रोड पर भी पानी भरा हुआ था। नतीजन सुबह जब लोग अपने ऑफिस के लिए रवाना हुए तो रोड पर जमा पानी ने वाहनों में ब्रेक लगा दिए।
खेडकीदौल टोल से लेकर सरहौल टोल, रजोकरी, महिपालपुर से लेकर आगे तक वाहनों की लंबी-लंबी कतार नजर आने लगी। सारे इंतजाम की पोल खुल गई और मौके पर न तो एक्सप्रेस वे के मार्शल नजर आ रहे थे न ही पुलिस। इसके कारण वाहनों में बैठे लोग इतने परेशान हो गए कि कंटोलरूम फोन पर फोन करना शुरू किए लेकिन वहां से भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। जाम के कारण एंबुलेंस तक फंस गई।
दिल्ली से गुडगांव आ रहे गौतम कुमार ने बताया कि सुबह नौ बजे निकले थे और तीन घंटे बाद भी सरहौल टोल क्राश नहीं कर पाए। जाम हमेशा रहता है लेकिन आज जो हालात थे वह काफी खराब थे। क्या? यही अच्छे दिन के लिए केंद्र में सरकार को बदला था, एक अन्या वाहन चालक अनिल कुमार ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस की गैर हाजरी ने समस्या ओर अधिक विकराल कर दी।
बारिश का पानी निकालने का दावा करने वालों की पोल खुल गई
वाहन में बैठे-बैठे परेशान हो रहे, एक अन्यय चालक ने जागरण कार्यालय फोन कर बताया कि वाहन में पेट्रोल कम है और डर सता रहा है कि कहीं जाम के बीच में यह खत्म् न हो जाए। इसी के लिए एसी बंद कर रखा है। गर्मी, उमस व जाम ने इतना परेशान कर दिया कि सोचता हूं कि आगे वाहन लेकर ही नहीं चलूं। हीरो होंडा चौक पर पानी निकासी के जिला प्रशासन के दावे भी हवा में उडते नजर आए। हीरो होंडा चौक से सेक्टर दस एवं सेक्टर 33-34 एवं सोहना वाली रोड पर भी जाम लगा था।