पीडीपी नेता की हत्या में लिप्त आतंकियों की पहचान हुई
पीडीपी के जिला प्रधान अब्दुल गनी डार की हत्या में लिप्त दो आतंकियों की पहचान कर ली गई है। पार्टी नेता के मुताबिक उन्हें पिछले सप्ताह भी आतंकियों ने धमकी दी थी।
श्रीनगर (जेएनएन)। पीडीपी के जिला प्रधान अब्दुल गनी डार की सोमवार को आतंकियों द्वारा की गई हत्या के बाद पूरे दक्षिण कश्मीर में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के नेताओं में भय फैल गया है और वह घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। इस बीच पुलवामा पुलिस ने पीडीपी नेता की हत्या में लिप्त दो आतंकियों की पहचान कर ली है।
पीडीपी के एक नेता ने कहा कि अब्दुल गनी डार को पिछले सप्ताह भी आतंकियों ने घर आकर धमकाया था। उन्हें कहा था कि वह मस्जिद में जाकर माफी मांगे, लेकिन उन्होंने आतंकियों के आगे झुकने से इन्कार कर दिया था। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीए मीर ने कहा कि हम पहले से ही हालात को लेकर अपनी चिंता जा चुके हैं। हमारे कई नेता और कार्यकर्ता खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वह घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। हमने कई बार उनकी सुरक्षा के लिए राज्य पुलिस को कहा, लेकिन बात नहीं बनी।
नेशनल कांफ्रेंस के विधायक अब्दुल मजीद लारमी ने कहा कि पूरे दक्षिण कश्मीर में सियासी वर्कर डरे हुए हैं। कोई भी घर से बाहर नहीं निकल रहा है। आइजीपी कश्मीर ने कहा कि हम माहौल को सुरक्षित बनाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं। सभी प्रमुख राजनीतिक नेताओं व कार्यकर्ताओं की सुरक्षा की लगातार समीक्षा की जाती है और उसके आधार पर ही उनकी सुरक्षा का प्रबंध होता है। इस बीच, एसएसपी पुलवामा रईस अहमद बट ने कहा कि पीडीपी नेता की हत्या में शामिल लश्कर के दो स्थानीय आतंकियों की पहचान कर ली है। उनके अन्य साथियों का भी हम पता लगा लेंगे।
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