AIADMK संकट: पन्नीरसेल्वम गुट ने पार्टी एक करने से पहले रखी दो शर्तें
ओपीएस ग्रुप के सीनियर नेता और पूर्व मंत्री केपी मुनुसामी ने बताया, हम शशिकला और दिनाकरण को पार्टी के महासचिव और उप-महासचिव पद से निष्कासन चाहते हैं।
चेन्नई, जेएनएन। लगता है कि एआईएडीएमके के दो टूटे हुए धड़ों का एक होना इतना आसान नहीं है। गुरूवार को तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम के नेतृत्व वाले धड़े एआईएडीएमके (पुराचि थलाईवी अम्मा) ने राज्य के सत्ताधरी गुट एआईएडीएमके (अम्मा) के सामने पार्टी को एक करने से पहले अपनी दो शर्तें रख दी है।
पन्नीरसेल्वम धड़ा यह चाहता है कि एआईएडीएमके (अम्मा) की तरफ से चुनाव आयोग में वीके शशिकला को पार्टी को महासचिव और टीटीवी दिनाकरण को उप-महासचिव बनाए जाने को लेकर जो हलफनामा दायर किया गया था उसे अब वापस लिया जाए। इसके साथ ही, राज्य की ई. पलानीसामी सरकार से यह मांग की गई है कि वह पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की मौत की सीबीआई जांच कराने के बारे में केन्द्र सरकार से कहे।
Tamil Nadu govt must initiate & recommend CBI probe into the mysterious death of late CM J Jayalalitha, this is our 2nd demand: KP Munusamy— ANI (@ANI_news) April 20, 2017
ओपीएस ग्रुप के सीनियर नेता और पूर्व मंत्री केपी मुनुसामी ने बताया, "हम शशिकला और दिनाकरण को पार्टी के महासचिव और उप-महासचिव पद से निष्कासन चाहते हैं। इस बारे में साफतौर पर बयान जारी होना चाहिए और कोई भी कैडर का उनके परिवार के किसी भी सदस्य से संबंध नहीं होना चाहिए।"
मुनुसामी ने कहा, जयललिता की संदेहास्पद मौत को लेकर सीबीआई जांच की मांग से किसी तरह का समझौता नहीं हो सकता है। हम तभी बातचीत पर तैयार हो सकते हैं जब सरकार इस बारे में सीबीआई जांच कराने का आदेश देती है।
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