पाकिस्तानी नौका विवाद: पद से हटाए गए लोशाली
भारतीय तटरक्षक बल के विवादास्पद डीआइजी बीके लोशाली को उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ पद से हटा दिया गया है। इस अहम जिम्मेदारी से हटाकर उन्हें अगले आदेश तक क्षेत्रीय कार्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। लोशाली ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान सार्वजनिक रूप से
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय तटरक्षक बल के विवादास्पद डीआइजी बीके लोशाली को उत्तर-पश्चिम क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ पद से हटा दिया गया है। इस अहम जिम्मेदारी से हटाकर उन्हें अगले आदेश तक क्षेत्रीय कार्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। लोशाली ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान सार्वजनिक रूप से कहा था कि 31 दिसंबर की रात को आतंकवादी पाकिस्तानी नौका को जान-बूझ कर उड़ा दिया गया था।
तटरक्षक बल का कहना है कि लोशाली के खिलाफ शुरू हुई जांच की वजह से उनका इस पद पर बने रहना उचित नहीं होता। भारतीय तटरक्षक बल ने लोशाली के खिलाफ शुरुआती कार्रवाई करते हुए उन्हें कमान की जिम्मेदारी से फिलहाल मुक्त कर दिया है। उन्हें कहा गया है कि बोर्ड आफ इंक्वायरी जारी रहने तक वे इस पद पर नहीं रहेंगे।
मगर माना जा रहा है कि जिस तरह का विवादास्पद और रक्षा प्रतिष्ठान को नुकसान पहुंचाने वाला बयान उन्होंने दिया, उसे देखते हुए किसी अहम जिम्मेदारी वाले पद पर रहने देने का सवाल ही नहीं था। उनके खिलाफ कोर्ट मार्शल तक की नौबत आ सकती है। अब अगले आदेश तक वे बल के क्षेत्रीय कार्यालय में ही अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगे। बल के वरिष्ठ अधिकारी कह रहे हैं कि जांच शुरू होने के बाद इस पद पर से हटाया जाना स्वभाविक प्रक्रिया का ही हिस्सा है।
बयानबाजी बनी मुसीबत
बीके लोशाली ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम के दौरान सार्वजनिक रूप से कहा था कि 31 दिसंबर की रात को आतंकवादी पाकिस्तानी नौका को जान-बूझ कर उड़ा दिया गया था। साथ ही उन्होंने दावा किया था कि इसके लिए उन्होंने खुद ही आदेश जारी किया था। जबकि, इससे पहले रक्षा मंत्री कह चुके थे कि इस नौका में सवार लोगों ने चारों ओर से घिर जाने के बाद खुद ही अपनी नौका को आग के हवाले कर दिया था। लोशाली का बयान आने के बाद रक्षा मंत्रलय ने वह वीडियो भी जारी किया, जिसमें नौका को जलते हुए दिखाया गया है। लोशाली के इस बयान के बाद पाकिस्तान को यह कहने का मौका मिल गया था कि भारत ने कानूनों का उल्लंघन कर उनकी नौका पर हमला किया था।
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