लाल ग्रह पर 'अपॉच्र्यूनिटी' के 11 साल पूरे
मार्स अपॉच्र्यूनिटी रोवर ने मंगल पर 11 साल पूरे कर लिए हैं। छह पहियों वाला नासा का यह यान 25 जनवरी 2004 को लाल ग्रह की सतह पर उतरा था। इस मौके पर नासा ने 'मार्टिन क्रेटर' की एक नई तस्वीर जारी की है।
वाशिंगटन। मार्स अपॉच्र्यूनिटी रोवर ने मंगल पर 11 साल पूरे कर लिए हैं। छह पहियों वाला नासा का यह यान 25 जनवरी 2004 को लाल ग्रह की सतह पर उतरा था। इस मौके पर नासा ने 'मार्टिन क्रेटर' की एक नई तस्वीर जारी की है।
इस अद्भुत तस्वीर में 22 किमी में फैले इस क्रेटर का पूरा इलाका साफ नजर आता है। मार्टिन क्रेटर लाल ग्रह पर एक बड़ा गड्ढा है। इसकी खोज अपॉच्र्यूनिटी ने ही की थी। इस समय अपॉच्र्यूनिटी इसके पश्चिमी किनारे पर खुदाई कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि तीन महीने के मिशन पर भेजा गया अपॉच्र्यूनिटी अब तक मंगल की सतह पर 25.9 मील (41.7 किमी) की यात्रा कर चुका है। पृथ्वी के अलावा किसी अन्य ग्रह की सतह पर किसी यान द्वारा तय की गई यह सबसे लंबी दूरी है। अपॉच्यूर्निटी ने लाल ग्रह की जैविक संरचना को लेकर काफी अहम जानकारियां दी है। वर्तमान में रोवर मंगल ग्रह की मैराथन वैली से 2100 फीट (650 मीटर) दूरी पर है।
हालांकि बीते कुछ समय से यह यान मेमोरी लॉस से जूझ रहा है। इसके कारण रोवर खुद ही रिसेट हो जाता है और कई बार मिशन कंट्रोल से संपर्क बिल्कुल बंद कर देता है। इस समस्या को दूर करने के लिए नासा की टीम रोवर के सॉफ्टवेयर को हैक करने की कोशिश कर रही है।
पृथ्वी के करीब से गुजरे क्षुद्रग्रह का है अपना चांद
वाशिंगटन: पृथ्वी के करीब से गुजरे क्षुद्रग्रह 2004 बीएल 86 का अपना चांद भी है। सोमवार को यह क्षुद्रग्रह पृथ्वी से करीब 12 लाख किमी की दूरी (चांद की दूरी का तीन गुना) से गुजरा था। नासा ने इसकी 20 तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों में क्षुद्रग्रह का व्यास करीब 325 मीटर और इसके चांद का व्यास 70 मीटर के करीब है।