इस गांव में पिछले 17 वर्षो से नहीं हुई कोई आपराधिक घटना, अब बनेगा कैशलेस
केंद्र की राजग सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन प्रारंभ करने से बहुत पहले ही इस गांव में स्वच्छता के लिए पहल की गई थी।
रंगचापारा (असम), प्रेट्र। असम में ग्वालपारा जिले का छोटा सा गांव रंगचापारा पहले ही खुले में शौच, अल्कोहल, तंबाकू और ड्रग्स से मुक्त हो चुका है। अब इस गांव को कैशलेस बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
असम के सबसे स्वच्छ घोषित गांव रंगचापारा में पिछले 17 वर्षो से कोई आपराधिक घटना नहीं हुई है। गांव के प्रधान रॉबर्ट जॉन मोमिन ने बताया कि अगले माह से गांव को प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है। इसके अलावा रंगचापारा को देश का पहला कैशलेस गांव बनाने की योजना है।
केंद्र की राजग सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन प्रारंभ करने से बहुत पहले ही इस गांव में स्वच्छता के लिए पहल की गई थी। मोमिन के मुताबिक 1999 में ग्रामीणों ने स्वच्छता को लेकर प्रयास प्रारंभ कर दिए थे और 2000 में उनके नेतृत्व में एक 10 सदस्यीय समिति गठित की गई थी।
इस समिति ने चार संकल्प लिए। इसमें शांति और एकता, स्वच्छ गांव, प्रत्येक परिवार में शौचालय तथा शुद्ध पेयजल की उपलब्धता शामिल है। समिति के गठन के बाद से 88 परिवारों वाले इस गांव में खुले में शौच नहीं हुआ है और हिंसा भी नहीं हुई है। इसके अलावा न तो किसी ने अल्कोहल का सेवन किया और न ही धूमपान किया। इस गांव में 475 लोग रहते हैं, जो ईसाई धर्म मानते हैं।
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