लश्कर का गैर- मुस्लिम आतंकी बना उत्तर प्रदेश का संदीप कुमार
पकड़े गए आतंकियों में एक उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, जिसका असली नाम संदीप कुमार शर्मा उर्फ आदिल है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : लश्कर ए तैयबा ने आतंकी मंसूबों को अन्य राज्यों में अंजाम देने के लिए उत्तर प्रदेश, पंजाब और अन्य राज्यों के अपराधीतत्वों को अपने संगठन में शामिल करना शुरू कर दिया है। यह सनसनीखेज राजफाश सोमवार को आइजी कश्मीर मुनीर अहमद खान ने दो आतंकियों से पूछताछ के आधार पर किया है। पकड़े गए आतंकियों में एक उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, जिसका असली नाम संदीप कुमार शर्मा उर्फ आदिल है। दूसरा आतंकी दक्षिण कश्मीर का मुनीब शाह है। कश्मीर में सक्रिय किसी गैर राज्य और गैर मुस्लिम आतंकी के पकड़े जाने का यह पहला मामला है।
आइजी ने बताया कि दक्षिण कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में इस साल हुई आतंकी घटनाओं की छानबीन में संदीप कुमार उर्फ आदिल के खिलाफ कई सुबूत मिले हैं। संदीप पहली जुलाई को अनंतनाग में उसी मकान में था, जहां लश्कर का दुर्दात आतंकी बशीर लश्करी अपने पाकिस्तानी साथी अबु माज के साथ मारा गया था। संदीप को सुरक्षाबलों ने यह सोचकर बचाया था कि यह आम ग्रामीण है।
उन्होंने बताया कि हमें आदिल के बारे में सूचना मिल रही थी, लेकिन यह पता नहीं चल रहा था कि आखिर यह आदमी है कौन, लेकिन जिस मकान में लश्करी मारा गया, वहां से मुठभेड़ के दौरान निकाले गए लोगों की जब स्कैनिंग की गई तो यह हाथ आया। उप्र पुलिस से संपर्क किया गया तो पता चला कि संदीप का पुराना आपराधिक रिकार्ड रहा है।
अनंतनाग में पकड़े गए मुजफ्फरनगर के गांव मुस्तफाबाद निवासी लश्कर आतंकी संदीप उर्फ आदिल के बड़े भाई प्रवीण शर्मा ने कहा है कि यदि उसका भाई आतंकी है, तो सरकार उसे तत्काल गोली मार दे। प्रवीण हरिद्वार में टैक्सी चलाता है।
2011 में आया था कश्मीर
संदीप उर्फ आदिल वर्ष 2011 से कश्मीर आ रहा है। वह यहां मजदूरी करता था। इसके बाद लौट गया और इसी साल जनवरी में कश्मीर साजिश के तहत आया था। इसके बाद आतंकी नेटवर्क में सक्रिय तौर पर शामिल हुआ था। उसे शाहिद नामक आतंकी ने लश्कर के साथ जोड़ा था। फिलहाल वह एक वेल्डर के रूप में काम कर रहा था।
एटीएम लूट में भी था शामिल
संदीप एटीएम और हथियार लूट की विभिन्न वारदातों में शामिल रहा है। इस साल वह मार्च में मीर बाजार इलाके में हुई चोरी की एक वारदात में भी पकड़ा गया, लेकिन जमानत पर छूट गया था। संदीप उर्फ आदिल की मुख्य जिम्मेदारी आतंकियों को अपने वाहनों में एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित पहुंचाना, उनके हथियारों का बंदोबस्त करना और जरूरत पड़ने पर अन्य आतंकियों के साथ मिलकर आतंकी हमलों को अंजाम देना था।
इन वारदात में था शामिल
-तीन जून को काजीगुंड टोल पोस्ट के पास अन्य आतंकियों के साथ मिलकर सैन्य काफिले पर हमला किया, जिसमें दो सैन्यकर्मी शहीद व चार अन्य जख्मी हुए
-अनंतनाग में 13 जून को पूर्व जस्टिस के सुरक्षा कर्मियों से हथियार लूटने वाले आतंकियों में शामिल
-16 जून को थाना प्रभारी फिरोज डार समेत छह पुलिसकर्मियों की हत्या भी शामिल
-18 जनवरी को मोमिनाबाद, 20 अप्रैल को अनंतनाग, 22 मई को लरकीपोरा, 30 मई को अच्छाबल और 17 जून को अच्छाबल में हुई बैंक व एटीएम लूट शामिल।