सांसदों पर 'नो वर्क-नो पे' सिद्धांत लागू हो: महेश शर्मा
केंद्रीय पर्यटन व नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. महेश शर्मा कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय में जनसुनवाई करने के बाद मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने 'नो वर्क-नो पे' से जुड़े सवाल पर कहा कि यह सिद्धांत कर्मचारियों पर लागू हो सकता है तो सांसदों व विधायकों पर
वाराणसी [जासं]। केंद्रीय पर्यटन व नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. महेश शर्मा कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय कार्यालय में जनसुनवाई करने के बाद मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने 'नो वर्क-नो पे' से जुड़े सवाल पर कहा कि यह सिद्धांत कर्मचारियों पर लागू हो सकता है तो सांसदों व विधायकों पर क्यों नहीं। अब सांसद व विधायक भी वेतनभोगी हो गए हैं। ऐसे में जन प्रतिनिधियों को अपने दायित्व का निर्वहन निष्ठापूर्वक करनी चाहिए। जनता के प्रति उनकी जवाबदेही तय होनी चाहिए।
दिग्विजय बिना बैटरी के ट्रांजिस्टर
याकूब मेमन की फांसी पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह द्वारा सवाल उठाए जाने पर डा. शर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह को बिना बैटरी का ट्रांजिस्टर बताया। बोले, राष्ट्रीय हितों से जुड़े मुद्दों के खिलाफ दिग्विजय व उन जैसे कुछ राजनेता बयानबाजी से बाज नहीं आ रहे हैं। यह देशहित में नहीं। साथ ही इस मामले में ओवैसी द्वारा भी सवाल उठाने पर डा. शर्मा ने कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। भारत में रहने वाले हर व्यक्ति को कानून व न्याय व्यवस्था पर विश्वास रखना ही पड़ेगा।
कांग्रेस मानसिक दिवालियापन की ओर
महाराष्ट्र में राहुल गांधी द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ की गई बयानबाजी को डा. शर्मा ने बचकाना करार दिया। कांग्रेस को एक खोखली संस्था बताते हुए कहा कि पार्टी मानसिक दिवालियापन कीओर बढ़ रही है। राहुल स्वयं बताएं कि उन पर कौन-कौन से इल्जाम लगे हैं। वो कहां पले- बढ़े हैं। कहां ज्ञान प्राप्त करते हैं। अभी वो देश की जनता के मर्म को समझ नहीं पाए हैं। कहा कि केंद्र सरकार समाज के हर वर्ग के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह गंभीर है। कई मुद्दों पर ठोस व कारगर कदम उठाए गए हैं। राहुल गांधी इस देश की जनता के प्रतीक नहीं हैं। यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी धर्म और जाति की राजनीति करती है।
शारजाह तक सीधी विमान सेवा
डा. शर्मा ने बताया कि सत्रह अगस्त को वाराणसी से शारजाह तक सीधी विमान सेवा शुरू हो रही है। हम अंतरराष्ट्रीय पर्यटन केंद्र बनाना चाहते हैं वाराणसी को। यह भी स्वीकार किया कि पीएम के संसदीय क्षेत्र काशी में अभी इतना विकास कार्य नहीं दिख रहा है जितना दिखना चाहिए।