देश भर में बढ़ेंगी एमबीबीएस की सीटें
देश भर के विभिन्न मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस की करीब 2500 सीटें बढ़ जाएंगी। स्वास्थ्य मंत्रालय की एक समिति से इस फैसले को मंजूरी मिलने के बाद देश में डॉक्टरों की कमी को पूरी करने की कवायद शुरू हो गई है। इन नई सीटों के बढऩे से एमबीबीएस में प्रवेश
नई दिल्ली। देश भर के विभिन्न मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस की करीब 2500 सीटें बढ़ जाएंगी। स्वास्थ्य मंत्रालय की एक समिति से इस फैसले को मंजूरी मिलने के बाद देश में डॉक्टरों की कमी को पूरी करने की कवायद शुरू हो गई है। इन नई सीटों के बढऩे से एमबीबीएस में प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों ने भी राहत की सांस ली है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार स्वास्थ्य सचिव लव वर्मा की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति ने हाल की एक बैठक में ये फैसला लिया है। इसी के साथ देश में कई अस्पतालों में नए कालेज खुल जाएंगे। साथ ही, विभिन्न मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस की तकरीबन 2500 सीटें बढ़ जाएंगी। ये बढ़ी हुई नई सीटें नए और मौजूदा सरकारी कालेजों के लिए होंगी।
नए कालेजों में 700 नई सीटें :
समिति ने जिन नए कालेजों में 700 नई सीटों को मंजूरी दी है उसमें प्रत्येक सौ-सौ सीटें पोर्ट ब्लेयर के जीबी पंत अस्पताल, कोहिमा का जिला अस्पताल, अल्मोड़ा, चुरु, डूंगरपुर, दातिया और खंडवा के लिए हैं।
मौजूदा कालेजों में भी बढ़ी सीटें :
जिन मौजूदा मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस की नई सीटें बढ़ाई गई हैं उनमें पंजाब के दो मेडिकल कालेज शामिल हैं। अमृतसर व पटियाला मेडिकल कालेज में सीटें बढ़ी हैं। तमिलनाडु के कोयंबटूर मेडिकल कालेज, कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली और मदुरई मेडिकल कालेज शामिल हैं। हल्द्वानी, भोपाल, ग्वालियर, रेवा, इंदौर, उदयपुर व कोटा में भी सीटें बढ़ाई गई हैं।
वर्मा की अध्यक्षता में इस समिति ने 29 दिसंबर को इस फैसले को मंजूरी दी। एमबीबीएस की सीटें बढ़ाने का फैसला ऐसे समय में आया है जब अंडर ग्रैजुएट सीटें वर्ष 2014-15 में घटकर मात्र 1170 तक ही रह गई हैं। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि मेडिकल काउंसिल (एमसीआइ) ने करीब 3920 सीटों का प्रस्ताव खारिज कर केवल 2750 सीटों को ही मंजूरी दी थी। मेडिकल काउंसिल के इस फैसले की स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कड़ी आलोचना की थी।