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परिजनों के साथ आरक्षण पर बुजुर्गों को रेल किराये में छूट नहीं

अगर आप अपने बुजुर्ग मां-बाप के साथ इसलिए जा रहे हैं कि रास्ते में उन्हें कोई तकलीफ न हो तो जरा सोच लें। क्योंकि अलग-अलग कोच में आरक्षण मिलने से इसका विशेष फायदा नहीं होगा। और यदि एक ही कोच में आरक्षण चाहते हैं तो फिर मां-बाप का पूरा किराया

By Sudhir JhaEdited By: Published: Fri, 04 Sep 2015 08:11 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2015 02:51 AM (IST)
परिजनों के साथ आरक्षण पर बुजुर्गों को रेल किराये में छूट नहीं

नई दिल्ली, संजय सिंह अगर आप अपने बुजुर्ग मां-बाप के साथ इसलिए जा रहे हैं कि रास्ते में उन्हें कोई तकलीफ न हो तो जरा सोच लें। क्योंकि अलग-अलग कोच में आरक्षण मिलने से इसका विशेष फायदा नहीं होगा। और यदि एक ही कोच में आरक्षण चाहते हैं तो फिर मां-बाप का पूरा किराया भरने के लिए तैयार रहें। इसे जनवरी 2016 से लागू करने के लिए प्रस्ताव पेश किया जाएगा।

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अभी तक ट्रेनों में बुजुर्ग दंपत्ति के आरक्षण के मामले में दोनों में से किसी एक के लिए कोटे का प्रावधान था। परंतु ट्विटर और रेलवे वेबसाइट पर मिली शिकायतों के मद्देनजर अब रेलवे बोर्ड ने दोनों को कोटा देने का निर्णय लिया है। यानी उन्हें प्राथमिकता के आधार पर आरक्षण मिलेगा। वरिष्ठ नागरिक कोटे में बुजुर्ग दंपत्ति के अलावा एक बुजुर्ग और एक 45 साल से ऊपर की महिला अथवा एक बुजुर्ग और एक गर्भवती महिला भी हो सकते हैं। यह तो अच्छी बात हुई।

परंतु इसके साथ रेलवे ने एक विचित्र शर्त जोड़ी है। इसके अनुसार यदि सीनियर सिटीजन जोड़े के साथ अन्य लोग भी चल रहे हैं तो उन्हें अपना टिकट अलग से लेना पड़ेगा। वरना पूरा किराया पड़ेगा। तर्क है कि ऐसा इसलिए किया गया है ताकि बुजुर्ग कोटे पर अन्य लोग दावा न कर सकें। लेकिन बोर्ड ने यह नहीं सोचा कि यदि सीनियर सिटीजन अत्यंत बुजुर्ग हुए तो अलग कोच में आरक्षण के कारण वे परिजनों या अटेंडेंट से पृथक होकर अकेले पड़ जाएंगे। उनकी देखरेख करने वाला कोई नहीं होगा। पुत्र के साथ यात्रा करने के बावजूद बूढ़े मां-बाप को दूसरे यात्रियों की मदद के सहारे सफर काटना पड़ सकता है।

इस संबंध में रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलों के मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधकों को 31 अगस्त को सर्कुलर जारी किया है। इसके अनुसार आनलाइन रिजर्वेशन करने वाले यात्रियों से पॉप-अप मैसेज के जरिए पूछा जाएगा कि अलग यात्रा के लिए सहमत हैं तो 'हां पर क्लिक करें। काउंटर पर रिजर्वेशन क्लर्क यात्री से पूछकर 'हां पर क्लिक करेगा। 'ना की स्थिति में पूरा किराया देना पड़ेगा।

सीनियर सिटीजन के लिए पहले भी कई कदम उठाए गए हैं। पहले उनके लिए प्रत्येक कोच में नीचे वाली दो बर्थों का प्रावधान था। परंतु इस साल 13 मार्च से बुजुर्गों के लिए हर कोच में नीचे की चार बर्थों का प्रावधान कर दिया गया है।

पढ़ेंः ट्रेनों में लगेंगे इलेक्ट्रानिक रिजर्वेशन चार्ट


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