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दिल्ली को जाम मुक्त करने को गडकरी ने राज्यों से मांगा सहयोग

धौला कुआं जंक्शन पर सड़क चौड़ी करने व फ्लाईओवर-अंडरपास बनाने के कार्य में 1900 पेड़ों की कटाई की अनुमति दिल्ली सरकार से अभी नहीं मिली है।

By Manish NegiEdited By: Published: Wed, 13 Sep 2017 10:19 PM (IST)Updated: Wed, 13 Sep 2017 10:19 PM (IST)
दिल्ली को जाम मुक्त करने को गडकरी ने राज्यों से मांगा सहयोग

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। केंद्र सरकार ने दिल्ली-एनसीआर को जाम से मुक्त करने तथा सड़कों को चौड़ा बनाने के लिए दिल्ली उससे सटे राज्यों से जमीन उपलब्ध कराने तथा अधिग्रहण की दिक्कतें दूर करने को कहा है।

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दिल्ली-एनसीआर को जाम से मुक्त करने की योजना पर बुधवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की अध्यक्षता में एक बैठक हुई। इसमें दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षव‌र्द्धन के अलावा एनएचएआइ तथा अन्य एजेंसियों के अधिकारियों ने भाग लिया।

बैठक में एनएचएआइ की ओर से दिल्ली को जाम मुक्त करने के तैयार योजना पर एक प्रजेंटेशन पेश किया गया। एनएचएआइ अफसरों ने कहा कि योजना के तहत 34 करोड़ रुपये से अधिक खर्च से सड़कों को चौड़ा करने, नए फ्लाईओवर और अंडरपास आदि बनाने का प्रस्ताव है। लेकिन इसमें कई अड़चने सामने आ रही हैं।

उदाहरण के लिए धौला कुआं जंक्शन पर सड़क चौड़ी करने व फ्लाईओवर-अंडरपास बनाने के कार्य में 1900 पेड़ों की कटाई की अनुमति दिल्ली सरकार से अभी नहीं मिली है। दिल्ली के कानून के अनुसार इसके लिए 19 हजार नए पेड़ लगाने के लिए 19 हेक्टेयर जमीन चाहिए। यह जमीन भी दिल्ली सरकार को उपलब्ध करानी होगी। इसके अलावा धौलाकुआं थाने की कुछ जमीन भी चाहिए होगी। द्वारका एक्सप्रेसवे के मामले में भी जमीन अधिग्रहण के कारण विलंब हो रहा है।

पीडब्लूडी ने आनंद विहार से पीरागढ़ी के बीच एनएच-24 और एनएच-10 को जोड़ने वाली सड़क बनाने का प्रस्ताव किया है। लेकिन इसका निर्माण एलीवेटेड रोड के तौर पर ही हो सकता है। फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद रोड को एनएच घोषित किया जा सकता है। इसमें यमुना एवं यमुना नहर पर पुल बनाना होगा। बैठक में फरीदाबाद-बल्लभगढ़ बाईपास को भी एनएच घोषित करने मुद्दा उठा। पीडब्लूडी ने आश्रम चौक को जाम मुक्त करने के लिए यमुना के पश्चिमी किनारे से होते हुए कालिंदी बाईपास बनाने का सुझाव दिया है। लेकिन इसके लिए उप्र को जमीन देनी होगी।

बैठक में आउटर रिंग रोड के सलीमगढ़ किले के पास अचानक खत्म होने, एनएच-1 और एनएच-2 के बीच गाजियाबाद से होकर कोई बाईपास न होने तथा आश्रम और मोदी मिल फ्लाईओवर, ओखला तथा सरिता विहार और बदरपुर के पास अक्सर जाम रहने का मसला उठा। इसके लिए आश्रम में अंडरपास बनाने, आश्रम फ्लाईओवर को बढ़ाने तथा फ्रेंड्स कालोनी और सरिता विहार में नए फ्लाईओवर बनाने का सुझाव रखा गया। एनएच-1, एनएच-10, एनएच-8 और एनएच-2 को जोड़ने तथा रंगपुरी बाईपास, नेल्सन मंडेला मार्ग से बदरपुर संपर्क मार्ग और द्वारका एक्सप्रेसवे के नजदीक फुल इंटरचेंज बनाने के प्रस्तावों की जानकारी भी दी गई।

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