जज के कान में अपनी व्यथा बताकर 9 साल की मासूम ने रेपिस्ट को दिलायी सजा
मुंबई के फुटपाथ पर तीन साल पहले रेप का शिकार हुई 9 वर्षीय बच्ची को अब जाकर न्याय मिला है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। विषम परिस्थितियों के बावजूद आखिरकार 9 वर्षीय रेप पीड़िता ने दोषी को सजा दिलाने में कामयाबी हासिल कर ही लिया। फुटपाथ पर रहने वाली 9 वर्षीय बच्ची अपनी सुनने और बोलने में असमर्थ दिव्यांग मां के साथ होने के बावजूद दरिंदे का शिकार हो गयी थी और अब तीन साल बाद उसे न्याय मिला है।
बच्ची ने बताया कि 9 सितंबर 2014 को यह घटना घटी। वह अपनी मां और बहन के साथ फुटपाथ पर सोया करती थी। उसके पिता की मौत हो चुकी थी। उसने आगे बताया कि अभियुक्त भी उसके परिवार के पास ही फुटपाथ पर सोया करता था। घटना वाली रात जब सब सो गए तब उसने बच्ची पर हमला किया। इस घटना के बारे में जब अपनी मां को बताया तो उन्होंने एक स्थानीय शख्स युसुफ से मदद मांगी जिसकी मदद से वे बायकुल्ला पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज करायी। POCSO एक्ट कोर्ट ने बुधवार को अभियुक्त 49 वर्षीय मांगी सोनकर को दोषी करार देते हुए सात साल की कैद की सजा दी।
बच्ची ने पुरुषों की मौजूदगी के कारण पुलिस और डॉक्टरों से दुष्कर्म के बारे में न बताकर केवल छेड़छाड़ के बारे में बताया था। दुष्कर्म का यह मामला तब सामने आया जब अदालत में पुरुष बचाव वकील के सामने अकंफर्टेबल हो गयी और फिर जज ने उसे शांत कराया और तब जाकर उसने जज के कानों में सारी बात बतायी।
कोर्ट ने कहा, ‘पीड़िता काफी असुरक्षित वातावरण में रही। प्राकृतिक तौर पर यह असंभव है कि ऐसी स्थिति में बच्ची किसी पुरुष के पास इस तरह की स्थिति का उल्लेख करेगी।‘ कोर्ट ने बचाव पक्ष के दावे को खारिज किया कि युसुफ के इशारे पर आरोपी पर झूठा आरोप लगाया गया।