पठानकोटः शक में घिरे दरगाह के सोमी बाबा, NIA कर रही है पूछताछ
पठानकोट में आतंकी हमले के मामले में एसपी सलविंदर सिंह के साथ तल्लूर दरगाह के बाबा सेानी पर भी एनआइए का घेरा कस रहा है। एनआइए की टीम बुधवार को दिनभर पूछताछ करने के बाद बाबा सोमी को दिल्ली ले गई।
पठानकोट, [श्याम लाल]। पठानकोट के एयरफोर्स पर आतंकी हमले के मामले में सवालों में घिरे एसपी सलविंदर सिंह के साथ तल्लूर के बाबा सोमी पर भी एनआइए का घेरा कसता जा रहा है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) की टीम बुधवार को गांव तल्लूर की दरगाह के मुख्य सेवादर बाबा सोमी को दिल्ली ले गई। बताया जाता है कि बाबा भी अब शक के दायरे में हैं। एसपी सलविंदर सिंह कुक व एक साथी के साथ 31 दिसंबर की रात इसी दरगाह पर माथा टेकने के बाद वापस जा रहे थे तो उनको आतंकियों ने अगवा कर लिया था।
दिनभर होती रही पूछताछ, फिर शाम में एनआइए की टीम ले गई दिल्ली
बाद में आतंकियों ने एक-एक कर सभी को छोड़ दिया था और एसपी की नीली बत्ती गाड़ी छीन ली थी। बाबा, एसपी और उनके दोस्त व कुक से एनआइए कई दौर की पूछताछ कर चुकी है। एसपी से दिल्ली में तीन दिन से पूछताछ की जा रही है।
बाबा सोमी को बुधवार सुबह दस बजे ही हिरासत में ले लिया गया था। पहले उन्हें बॉर्डर एरिया में ले जाया गया ओर इसके बाद एनआइए टीम उन्हें एयरफोर्स स्टेशन में ले गई। वहां उनसे दिन भर पूछताछ की गई। इसी बीच, बाबा को दिल्ली तलब किए जाने की सूचना आ गई।
सुबह अपने घर से बाबा सोमी जब निकले तो उनके साथ एक पुलिस कर्मचारी भी था। बताया जाता है कि लंबी पूछताछ के बाद शाम को बाबा को बताया गया कि दिल्ली जाना है। बाबा ने दिल्ली जाने की सूचना के बाद अपने घर से दो-तीन दिन बाहर रहने के लिए जरूरी सामान मंगवाया। एनआइए बाबा सोमी को बेहद गुपचुप तरीके से दिल्ली ले गई।
बाबा सोमी पर शक की वजह
बाबा सोमी ने जांच एजेंसियों व पुलिस को यह बताया था कि एसपी सलविंदर, उनके कुक मदन गोपाल व दोस्त ज्वेलर राजेश वर्मा उनके पास 31 दिसंबर को रात नौ बजे आए और साढ़े नौ बजे चले गए। जांच में अहम सवाल यह भी उठ रहा है कि एसपी की गाड़ी गुरदासपुर से तल्लूर गांव तक पहुंचने के लिए जब निकली तो उसने रात 10 बजे रछपालवां गांव के टोल प्लाजा को क्रास किया।
इस टोल प्लाजा को अगर एसपी की गाड़ी ने रात दस बजे क्रास किया तो कठुआ होकर तल्लूर गांव पहुंचने में उसे काफी समय लगा होगा। इसके विपरीत बाबा सोमी दावा कर रहे हैं कि एसपी उनके पास रात नौ बजे पहुंच गए थे। इसके अतिरिक्त सूत्र यह भी दावा कर रहे हैं कि एसपी, उनका दोस्त व कुक रात को दरगाह पर नहीं अपितु बाबा के घर पर गए। इन परस्पर विरोधी बयानों के कारण बाबा सोमी भी संदेह के घेरे में आ गए हैं।
एनआइए इस तरह के संदेह के कारण ही बाबा से अब दिल्ली में पूछताछ करना चाहती है। चारों की भूमिका के बारे में एनआइए की जांच के बाद ही पता चलेगा लेकिन इतना तय है कि एसपी, उनके कुक व दोस्त के साथ-साथ अब बाबा भी मुसीबत में घिर गए हैं।