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कैबिनेट में अटका एनएच24 के यूपी बार्डर-डासना हिस्से का चौड़ीकरण

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के टेंडर की तारीख फिर से बढ़ा दी गई है। ऐसे में अगर 20 मई तक कैबिनेट से मंजूरी नहीं मिलती है तो तारीख फिर से बढ़ा दी जाएगी।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Sat, 07 May 2016 12:17 AM (IST)Updated: Sat, 07 May 2016 12:31 AM (IST)
कैबिनेट में अटका एनएच24 के यूपी बार्डर-डासना हिस्से का चौड़ीकरण

संजय सिंह, नई दिल्ली। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के यूपी बार्डर से डासना तक के 19.28 किलोमीटर लंबे हिस्से के टेंडर की तारीख एक बार फिर बढ़ा दी गई है। इस बीच यदि कैबिनेट से मंजूरी मिली तो यह टेंडर 20 मई को खुलेगा। अन्यथा तारीख फिर बढ़ा दी जाएगी।

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केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारी पिछले कुछ समय से कह रहे हैं कि इस हिस्से को जल्द ही कैबिनेट से मंजूरी मिलने वाली है। इसी के साथ इसका टेंडर अवार्ड कर दिया जाएगा। इस दौरान कैबिनेट की दो बैठकें हो चुकी हैं। मगर किन्हीं वजहों से यह प्रस्ताव कैबिनेट के समक्ष अभी तक नहीं आया है।

यूपी बार्डर से डासना तक का हिस्सा एनएच-24 का वही खंड है जो जाम की समस्या से सर्वाधिक त्रस्त है। कायदे से तो इसी हिस्से को सबसे पहले मंजूरी मिलनी चाहिए थी। लेकिन इसके बजाय निजामुद्दीन ब्रिज-यूपी बार्डर के हिस्से को पहले स्वीकृति दे दी गई। जबकि यह पहले ही आठ लेन का है और इस पर यातायात की विशेष दिक्कत नहीं है।

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महज 8.72 किलोमीटर लंबे इस हिस्से का कांट्रैक्ट वेलस्पन एंटरप्राइजेज को 841.50 करोड़ रुपये में दिया गया है। हाइब्रिड-एन्यूटी मॉडल पर दिए गए इस हिस्से में 40 फीसद रकम एनएचएआइ कंपनी को निर्माण के बाद आपरेशन के दौरान ब्याज समेत किस्तों में अदा करेगी। साथ ही रखरखाव का खर्च भी देगी। जबकि कंपनी 15 साल तक इस पर टोल वसूलकर अपनी लागत और मुनाफा निकालेगी। इस हिस्से को भी ढाई साल में पूरा किया जाना है। यदि कन्सेशन पीरियड आगे नहीं बढ़ाया गया तो पंद्रह साल बाद यह सड़क एनएचएआइ को वापस मिल जाएगी।

वैसे पूरे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 66 किलोमीटर होगी। और इस पर 7566 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इसका शिलान्यास पिछले साल 31 दिसंबर को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हो चुका है। इसके तहत निजामुद्दीन ब्रिज (दिल्ली) से यूपी बार्डर तथा यूपी बार्डर से डासना तक एनएच-24 को आठ लेन (दोनो और चार-चार लेन) में चौड़ा किया जाएगा। जबकि डासना से आगे हापुड़ तक एनएच-24 को चार लेन से छह लेन (दोनो ओर तीन-तीन लेन) में बदला जाएगा। निजामुद्दीन ब्रिज से डासना तक सड़क के बीच में छह लेन का एक्सप्रेसवे बनेगा। डासना से छह लेन का एक्सप्रेसवे एनएच-24 को छोड़कर बाईं ओर मुड़ जाएगा और मेरठ तक जाएगा। निर्माण की सहूलियत के लिए परियोजना को कई पैकेज में बांटा गया है।


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