लौटाए सम्मान को वापस लेने पर नयनतारा सहगल ने दी सफाई
नयनतारा सहगल ने सम्मान वापस लेने के संदर्भ में दी सफाई ते हुए आज कहा है कि साहित्य अकादमी के नियमों के तहत सम्मान वापस नहीं लौटा सकते। कुछ लोग मेरे बयान का गलत अर्थ निकाल रहे हैं।
नई दिल्ली। देश में असहिष्णुता का हवाला देकर कई साहित्यकारों ने अपने पुरस्कार साहित्य अकादमी को लौटा दिए थे। लेकिन, अब पुरस्कार लौटाने वाले 10 साहित्यकारों जिनमें नयनतारा सहगल भी शामिल हैं ने अपने पुरस्कार वापस ले लिए हैं।
न्यूज चैनल्स की खबरों के अनुसार, इन साहित्यकारों ने अपना पुरस्कार दोबारा स्वीकार कर लिया है। हालांकि, नयनतारा सहगल ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि लोग मुझे गलत समझ रहे हैं। मैंने पुरस्कार वापस लेने के लिए नहीं कहा है। यह साहित्य अकादमी की पॉलिसी है कि एक बार किसी को पुरस्कार दे दिया जाए तो वो लौटाया नहीं जा सकता। मैंने अपना पुरस्कार वापस नहीं लिया है।
मालूम हो कि पिछले साल कर्नाटक में 30 अगस्त 2015 को साहित्यकार एम एम कलबुर्गी की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद कई साहित्यकारों ने अपने पुरस्कार यह कहते हुए लौटा दिए थे कि देश में असहिष्णुता है।