नरेन्द्र का शव पहुंचा पोरसा, सीबीआइ जांच की मांग
इंदौर जेल में संदिग्ध हालत में मरे पीएमडी कांड के आरोपी डॉ. नरेन्द्र सिंह तोमर का शव सोमवार सुबह पोरसा के गांधी नगर में पहुंचा तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। शव को पोरसा के मुक्तिधाम ले जाया गया, जहां मृतक के छोटे भाई विक्रम सिंह तोमर ने मुखाग्नि दी।
मुरैना, [ब्यूरो]। इंदौर जेल में संदिग्ध हालत में मरे पीएमडी कांड के आरोपी डॉ. नरेन्द्र सिंह तोमर का शव सोमवार सुबह पोरसा के गांधी नगर में पहुंचा तो पूरा माहौल गमगीन हो गया। शव को पोरसा के मुक्तिधाम ले जाया गया, जहां मृतक के छोटे भाई विक्रम सिंह तोमर ने मुखाग्नि दी। इस दौरान भी परिजन का आरोप था कि नरेन्द्र की मौत बीमारी से नहीं, बल्कि उसकी हत्या की गई है।
डॉ. नरेन्द्र की संदिग्ध हालत में शनिवार को इंदौर जेल में मौत हो गई थी। मृतक का भाई विक्रम उज्जैन में शिक्षक है। घटना की सूचना मिलते ही वह इंदौर पहुंच गया था। विक्रम के मुताबिक जब उसने शव को देखा था तो उस पर चोट के निशान थे। इससे साफ है कि उनके भाई से मारपीट की गई है।
परिजनों का था बुरा हाल
जैसे ही सोमवार सुबह दस बजे शव गांधीनगर में पहुंचा, वैसे ही परिवार के लोग बिलखने लगे। परिजनों का कहना था कि इस मामले में नरेन्द्र का नाम नहीं आता तो इस साल उसकी शादी भी हो जाती। हालांकि कस्बे के लोगों ने परिवार के लोगों के विलाप को देखते हुए तुरंत शव को मुक्तिधाम पहुंचाया और अंतिम संस्कार कराया।
पिता व भाई ने फिर कहा, मारा गया है नरेन्द्र को, सीबीआइ जांच हो
मृतक के पिता कैलाश सिंह व भाई विक्रम सिंह ने कहा कि नरेन्द्र से सीएसपी ने 7 लाख रुपये घूस के मांगे थे, लेकिन उसने देने से इनकार कर दिया था। इसलिए हो सकता है कि उसे टॉर्चर किया गया हो और उसकी मौत हो गई। इसलिए पूरे मामले की सीबीआइ की जांच कराई जाए, जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाए।