राजीव के हत्यारों की रिहाई का फैसला शर्मनाक: नारायणसामी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री वी. नारायणसामी ने राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा करने के तमिलनाडु सरकार के फैसले पर नाखुशी जताई है। फैसले को अस्वीकार्य और शर्मनाक बताते हुए नारायणसामी ने मुख्यमंत्री जयललिता से राजीव की हत्या के दोषियों को रिहा करने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।
पुडुचेरी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री वी. नारायणसामी ने राजीव गांधी के हत्यारों को रिहा करने के तमिलनाडु सरकार के फैसले पर नाखुशी जताई है। फैसले को अस्वीकार्य और शर्मनाक बताते हुए नारायणसामी ने मुख्यमंत्री जयललिता से राजीव की हत्या के दोषियों को रिहा करने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।
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केंद्रीय मंत्री ने रविवार यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सांतन, मुरुगन और पेरारिवलन ने प्रधानमंत्री की हत्या की थी और अगर इन्हें रिहा किया जाता है तो यह गलत परंपरा की स्थापना होगी। हत्यारों को रिहा करने के जयललिता सरकार के फैसले को चौंकाने वाला बताते हुए नारायणसामी ने कहा कि यह अस्वीकार्य और शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि राजीव की हत्या के बाद अन्नाद्रमुक ने लिंट्टे पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी और आज राजनीतिक लाभ उठाने के लिए दोषियों को रिहा करने का फैसला किया है। सुप्रीम कोर्ट ने 18 फरवरी को मुरुगन, सांतन और पेरारिवलन की दया याचिकाओं में हुई देरी को आधार बनाते हुए उनकी मौत की सजा उम्रकैद में तब्दील कर दी थी। इस फैसले के अगले दिन जयललिता की तमिलनाडु सरकार ने मुरुगन, सांतन और पेरारिवलन समेत सात दोषियों को रिहा करने का फैसला किया था, जिस पर शीर्ष अदालत ने अगले आदेश तक रोक लगा रखी है।
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