नड्डा ने वापस ली तंबाकू चेतावनी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपने ही मंत्रालय की उस अधिसूचना को स्थगित करने के आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं, जो हजारों जिंदगी बचाने में मददगार हो सकता था। यानी अब यह तय हो गया है कि अगले बुधवार से सिगरेट, बीड़ी और गुटखा आदि तंबाकू उत्पादों से
नई दिल्ली [मुकेश केजरीवाल]। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपने ही मंत्रालय की उस अधिसूचना को स्थगित करने के आदेश पर दस्तखत कर दिए हैं, जो हजारों जिंदगी बचाने में मददगार हो सकता था। यानी अब यह तय हो गया है कि अगले बुधवार से सिगरेट, बीड़ी और गुटखा आदि तंबाकू उत्पादों से डराने वाली सचित्र चेतावनी चार गुना ज्यादा नहीं बढ़ेगी। सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात है कि मंगलवार को उन्होंने सार्वजनिक तौर पर इससे साफ इंकार किया था, जबकि वे उससे पहले ही इस पर दस्तखत कर चुके थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष सूत्रों के मुताबिक तंबाकू उत्पादों के लगभग पूरे पैकेट (दोनों तरफ के 85 फीसदी हिस्से) पर सचित्र चेतावनी छापने का आदेश अब लागू नहीं हो रहा है। एक अप्रैल से नए नियम लागू नहीं करने के लिए नड्डा ने आदेश दिए हैं। मौजूदा सरकार के ही पूर्व स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन के कार्यकाल में 15 अक्तूबर को मंत्रालय ने यह अधिसूचना जारी की थी। हर वर्ष भारत में लगभग दस लाख लोगों की जान लेने वाले तंबाकू उत्पादों के खिलाफ इस सख्ती की ना सिर्फ देश भर के स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने तारीफ की थी, बल्कि इसके लिए भारत की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जम कर तारीफ हो रही थी।
सूत्रों के मुताबिक अधिसूचना को लागू नहीं करने के लिए एक शुद्धि पत्र जारी किया जा रहा है, जिसमें कहा गया है कि एक अप्रैल से नई चेतावनी लागू नहीं होगी। इसे लागू करने की अगली तारीख भी नहीं बताई गई है। नड्डा के दस्तखत के बाद अब इसे गजट में छापे जाने के लिए भेजा जा रहा है। खास बात है कि नड्डा ने इस आदेश पर दस्तखत करने के बाद भी सार्वजनिक तौर पर इससे इंकार किया। मंगलवार की शाम को अधिसूचना को टालने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि यह मंत्रालय की ओर से जारी हुई थी और यह मंत्रालय का विचार है। इसे वापस लेने का उनका कोई इरादा नहीं है। इसके कुछ घंटों बाद ही वे एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बीजिंग रवाना हो गए।
'दैनिक जागरण' ने सबसे पहले 16 मार्च को प्रकाशित अपनी खबर में बताया था कि नड्डा इस अध्यादेश को वापस लेने की तैयारी में हैं। उस खबर में यह भी बताया गया था कि लोकसभा की अधीनस्थ नियम समिति के प्रमुख और भाजपा सांसद दिलीप कुमार मनसुख लाल गांधी ने पत्र लिख कर इस अधिसूचना का विरोध किया है। मगर चीन रवाना होने से पहले नड्डा ने यह भी दावा किया था कि मंत्रालय को समिति की ओर से ऐसा कोई संदेश नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि ऐसी कोई रिपोर्ट मिलने के बाद मंत्रालय उसके प्रभाव और कानूनी स्थिति पर विचार करेगा। जबकि उससे पहले वे इस पर दस्तखत कर चुके थे।