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'मुस्लिम बाबरी मस्जिद की एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ेंगे'

हैदराबाद। अयोध्या में बाबरी मस्जिद की विवादास्पद जमीन का एक इंच हिस्सा भी मुस्लिम समुदाय नहीं छोड़ेगा, यह कहना है सांसद असादुद्दीन अवेसी का। मजलिस-ए-इटेहादुल-मुस्लीमीन (एमआइएम) के अध्यक्ष सांसद ने कहा कि बाबरी मास्जिद मामले में मुस्लिमों को प्रत्येक कदम पर धोखा दिया गया है, हमें लगता है कि देश की कानून व्यवस्था व शांति बनाए रखने लिए न्याय किया ज

By Edited By: Published: Mon, 03 Dec 2012 03:49 PM (IST)Updated: Tue, 04 Dec 2012 12:30 PM (IST)

हैदराबाद। अयोध्या में बाबरी मस्जिद की विवादास्पद जमीन का एक इंच हिस्सा भी मुस्लिम समुदाय नहीं छोड़ेगा, यह कहना है सांसद असादुद्दीन अवेसी का। मजलिस-ए-इतेहादुल-मुस्लिमीन के अध्यक्ष अवेसी ने कहा कि बाबरी मस्जिद मामले में मुस्लिमों को प्रत्येक कदम पर धोखा दिया गया है, हमें लगता है कि देश की कानून व्यवस्था व शांति बनाए रखने लिए न्याय किया जाना चाहिए। ओवेसी आगामी 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की 20वीं सालगिरह के पहले रविवार की रात एमआइएम के मुख्यालय दारुसलेम में यूनाइटेड मुस्लिम एक्शन कमेटी की बैठक को संबोधित कर रहे थे। हैदराबाद के इस सांसद ने मुस्लिमों को सलाह दी की उन्हें कानूनी लड़ाई में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआइॉएमपीएलबी) की सफलता के लिए दुआ करनी चाहिए। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ द्वारा गत 30 सितंबर वर्ष 2010 में सुनाए गए फैसले के खिलाफ एआइएमपीएलबी ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की है। पीठ ने अपने फैसले में 2.77 एकड़ विवादित भूमि को हिंदू-मुस्लिम में तीन हिस्सों में बांट दिया था। इसमें एक हिस्सा मुस्लिमों के पास है जबकि दो हिस्से हिंदू संगठनों को मिले हैं।

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उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण से सांठगांठ कर सांप्रदायिक शक्तियों ने विरासत संरक्षण नियमों का उलंघन करते हुए मंदिर का निर्माण कराया। यूनाइटेड मुस्लिम एक्शन कमेटी के संयोजक अब्दुल रहीम कुरैशी ने कहा कि बाबरी मस्जिद विध्वंस कर न्याय व धर्मनिरपेक्षता की हत्या की गई। मुस्लिम इसे कभी नहीं भूल सकते। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्याल के प्रोफेसर व एआइएमपीएलबी के सचिव शकील समदानी ने कहा कि 6 दिसंबर,1992 की घटना ने देश के मुस्लिमों का दिल तोड़ दिया।

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