14 वर्षीया किशोरी ने दिखाया साहस, क्रूर मालिकों के चंगुल से हुई फरार
सौतेली मां ने 14 साल की उम्र में ही जबरन शादी कर दी, पति ने भी अत्याचार किया। बचाने का झूठा झांसा देकर क्रूर मालिकों के हाथ कर दिया सौदा...
मुंबई (मिड डे)। 14 साल की मासूम के साथ पहले सौतेली मां का अत्याचार, फिर पति ने किया रेप इसके बाद बचाने का झूठा झांसा देकर एक महिला ने किया सौदा पर मासूम की दिलेरी और जांबाजी ने उसे बचने का रास्ता दिखाया और वह 17वीं मंजिल पर बने बाथरूम की खिड़की से बच निकली।
मासूम लड़की का नौकरानी के तौर पर सौदा हुआ और हर दिन उसके मालिक उसके साथ क्रूर रवैया करते थे। मासूम से यह क्रूर व्यवहार झेला न गया और वह पॉश मलाड इलाके स्थित बिल्डिंग की 17वीं मंजिल पर बने बाथरूम की खिड़की से भाग निकली।
उसकी हिम्मत की दाद देते हुए पुलिस ने बिहार के बिजनेस टायकून की पत्नी रेखा सिंह (56) और एमबीए ग्रेजुएट बेटी रेशमा (35) को गिरफ्तार कर लिया। चौंकने वाली बात यह है कि मलाड वेस्ट के रुस्तमजी ओजोन टावर के उनके घर से एक और 10 वर्षीय बच्चे को निकाला गया जो बंधक के तौर पर वहां था।
जिन लोगों पर बच्ची सबसे अधिक भरोसा करती थी उन्होंने ही उसका सौदा कर दिया। पुलिस को दिए गए अपने बयान में लड़की ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले से है लेकिन दिल्ली में अपनी सौतेली मां के पास रहती थी। उसकी सौतेली मां उसे मारती पीटती थी और कभी कभी तो खाने के लिए भीख मांगने को कहती। पिछले साल उसकी मां ने जबरन शादी करा दी। पति ने मासूम के साथ मार-पिटाई के साथ-साथ रेप भी किया।
फिर वह दिल्ली निवासी मंजू सहानी (45) से मिली जिसने उसे बचाने का वादा किया और मुंबई में नौकरी दिलाने का वादा भी किया। पर उस महिला ने 15 जुलाई को दोबारा मलाड निवासी के हाथों 50,000 रुपये में बेच दिया।
लड़की ने आरोप लगाया कि यहां उससे दिन भर घर का काम कराया जाता था और परिवार के लोग उसे मारते-पीटते भी थे। इस सबसे परेशान हो लड़की ने वहां से बचने की कोशिश की लेकिन परिवार वालों ने उसे बताया कि उन लोगों ने उसे खरीदा है। और उसे कहीं भी नहीं जाने देंगे। इतना कह कर उसे बेडरूम में बंद कर दिया। निकलने का कोई रास्ता नहीं मिलने पर लड़की ने बाथरूम की खिड़की का सहारा लिया, जो कि 17वीं मंजिल पर था। वह एक मंजिल नीचे उतरी और वहां से लिफ्ट की मदद लेकर पार्किंग एरिया तक पहुंची। वहां सब्जी बेचने वाले से मदद मांगा। सब्जी बेचने वाली दीपिका चंडेलकर (29) ने मिड डे के बताया,’रात के करीब सात बजे डरी सहमी और घायल लड़की मेरे पास आयी और कहा,’प्लीज मुझे बचा लो या फिर मुझे मार दो।‘
लड़की से सारी कहानी सुनने के बाद मैंने सिक्योरिटी और वहां रहने वाले कुछ लोगों को बुलाया और उन्होंने पुलिस को बुलाया। लड़की काफी कमजोर थी इसलिए उसके साथ मैं पुलिस स्टेशन गयी, वहां बयान देते हुए वह बेहोश हो गिर पड़ी। उसने मुझे बताया कि मां और बेटी दोनों मिलकर मुझे मारते थे और वहां एक 10 साल का लड़का भी काम कर रहा है। उसने भी वहां से निकलने की कोशिश की लेकिन वह पकड़ा गया और उसकी बुरी तरह से पिटाई हुई। लेकिन तब भी लड़की ने पूरी हिम्मत दिखायी और वहां से बच निकली।
सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर सुधीर महादिक ने कहा, ‘अभी हमने जुवेनाइल जस्टिस एक्ट व आइपीसी के तहत पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। हमने बाल विवाह कानून व बाल श्रम कानून के तहत भी मामला रजिस्टर किया है। हमने उस महिला को भी गिरफ्तार कर लिया है जिसने बच्ची को बेचा था। महिला पुलिस शोभा पिसे इस मामले को देख रहीं हैं। अन्य अपराधियों को पकड़ने के लिए हमने टीम बनायी है।‘