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बेटे का शव देख फफक पड़े राज्यपाल रामनरेश यादव

मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के मंझले बेटे व व्यापमं घोटाले के आरोपी शैलेष (50) का पार्थिव शरीर गुरुवार को पंचतत्व में विलीन हो गया। शैलेष के बड़े बेटे अस्तित्व ने शव को मुखाग्नि दी। इससे पहले राज्यपाल रामनरेश यादव दोपहर 12:45 बजे एयर एंबुलेंस भोपाल से लखनऊ पहुंचे।

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Thu, 26 Mar 2015 08:31 PM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2015 02:00 AM (IST)
बेटे का शव देख फफक पड़े राज्यपाल रामनरेश यादव

लखनऊ । मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव के मंझले बेटे व व्यापमं घोटाले के आरोपी शैलेष (50) का पार्थिव शरीर गुरुवार को पंचतत्व में विलीन हो गया। शैलेष के बड़े बेटे अस्तित्व ने शव को मुखाग्नि दी। इससे पहले राज्यपाल रामनरेश यादव दोपहर 12:45 बजे एयर एंबुलेंस भोपाल से लखनऊ पहुंचे। स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से पहले उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए पीजीआइ ले जाया गया, जहां से वह अपने माल एवेन्यू स्थित आवास पहुंचे।

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बेटे का शव देखकर वह फफक पड़े। मध्य प्रदेश में हुए व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में आरोपी शैलेष की मंगलवार रात माल एवेन्यू स्थित आवास में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उनका शव कमरे में बेड के बगल में फर्श पर पड़ा मिला था और उनके मुंह व नाक से खून बह रहा था। परिवारीजनों का कहना था कि शैलेष की मौत ब्रेन हेमरेज से हुई है। क्योंकि वह उच्च रक्तचाप व मधुमेह के रोगी होने के साथ गहरे तनाव में भी चल रहे थे। लेकिन पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट न होने पर डॉक्टरों ने विसरा व हृदय सुरक्षित रख लिया था।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहरीले पदार्थ से मौत की आशंका भी व्यक्त की गई है। गुरुवार सुबह से ही माल एवेन्यू पर रिश्तेदारों व करीबियों का तांता लगा हुआ था। शैलेष के भाई कमलेश यादव, अजय यादव व अन्य रिश्तेदार बुधवार रात को ही यहां आ गए थे। पीजीआइ से दोपहर साढ़े तीन बजे जब रामनरेश यादव को एंबुलेंस से उनके आवास पर लाया गया तो माहौल और गमगीन हो गया। एंबुलेंस से उतारकर उन्हें स्ट्रेचर पर घर के भीतर ले जाया गया, जहां वह बेटे शैलेष का शव देखकर फफक पड़े। परिवारीजनों ने किसी तरह उन्हें संभाला। बड़े बेटे कमलेश के मुताबिक पिता रामनरेश यादव को घर लाए जाने के दौरान ही शैलेष की मौत की सूचना दी गई। शाम साढ़े चार बजे शवयात्रा शुरू होने के बाद रामनरेश यादव को एंबुलेंस से फिर पीजीआइ ले जाया गया। खराब स्वास्थ्य के चलते वह बेटे की अंत्येष्टि में शामिल नहीं हो सके।

उल्लेखनीय है कि 86 वर्षीय राज्यपाल यादव गत 17 मार्च को सांस लेने में कठिनाई के चलते भोपाल के अस्पताल में भर्ती कराए गए थे, तबसे वह वहीं पर थे। इससे पहले उप्र के राज्यपाल राम नाईक, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी, रीता बहुगुणा जोशी व अन्य ने रामनरेश यादव के घर पहुंचकर उनके बेटे को श्रद्धांजलि अर्पित की।

रामनरेश पीजीआइ में भर्ती

रामनरेश यादव को गुरुवार को संजय गांधी पीजीआइ के क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग में भर्ती कर लिया गया है। वह प्रो. देवेंद्र गुप्ता की देखरेख में है। उन्हें सांस लेने में परेशानी के साथ किडनी की कठिनाई और डायबिटीज भी है। उनके इलाज के लिए नेफ्रोलॉजिस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.आरके शर्मा सहित अन्य विशेषज्ञों की भी सलाह ली जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार उनकी हालत फिलहाल स्थिर है।

विसरा रिपोर्ट का इंतजार

शैलेष यादव की मौत के मामले में पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट न होना और जहरीले पदार्थ से मौत की आशंका से मामला और उलझ गया है। वहीं, पुलिस ने अभी तक शैलेष के घरवालों के बयान अथवा उनके इलाज के पर्चे भी कब्जे में नहीं लिए हैं। इस पर एसओ गौतमपल्ली सुरेंद्र कुमार कटियार का कहना है कि अभी घरवाले गहरे सदमे में हैं, लिहाजा उनसे पूछताछ नहीं की जा सकी है। घरवालों ने अभी तक कोई शिकायत भी नहीं दर्ज कराई है। एएसपी पूर्वी रोहित मिश्रा के मुताबिक विसरा व हार्ट की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। विसरा को विधि विज्ञान प्रयोगशाला व हार्ट को केजीएमयू की लैब में भिजवाया गया है। रिपोर्ट से ही मृत्यु का ठोस कारण स्पष्ट हो सकेगा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शैलेष की दाहिनी भौं व नाक पर हल्की चोट के निशान के अलावा दोनों हाथों व पैर के पंजों पर हल्की खरोंच के भी निशान होने का जिक्र है।

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