दिल्ली में है मोस्ट वांटेड हनीप्रीत, हाई कोर्ट में दायर की अग्रिम जमानत याचिका
दुष्कर्म मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत की कथित बेटी हनीप्रीत दिल्ली में छिपी है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दुष्कर्म मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत की कथित बेटी हनीप्रीत दिल्ली में छिपी है। हनीप्रीत के वकील प्रदीप कुमार आर्या का दावा है कि वह सोमवार को उसके लाजपत नगर स्थित कार्यालय (एम-20, बेसमेंट) में आई थी। यहां उसने अपनी ट्रांजिट अग्रिम जमानत याचिका पर हस्ताक्षर भी किए। हालांकि वकील का कहना है कि इसके बाद हनीप्रीत कहां गई, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उधर, हनीप्रीत की ट्रांजिट अग्रिम जमानत याचिका दिल्ली हाई कोर्ट में दायर कर दी गई है।
हनीप्रीत के दिल्ली आने को लेकर उसके वकील प्रदीप कुमार आर्या के दावे पर दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी मधुर वर्मा का कहना है कि यह बात समाचार चैनलों के माध्यम से पता चली है। यदि हरियाणा पुलिस इस संबंध में सहयोग मांगेगी, तो हरसंभव मदद की जाएगी।
वहीं हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू का कहना है कि हनीप्रीत की तलाश के लिए कई टीमें लगी हैं।अग्रिम जमानत याचिका दायर करने की खबर के बाद हरियाणा पुलिस में हड़कंप मच गया। इसके बाद हरियाणा पुलिस तुरंत सक्रिय हो गई। आनन-फानन में पंचकूला पुलिस की एक टीम गिरफ्तारी वारंट के साथ दिल्ली पहुंच गई। बताया जाता है कि पुलिस को हनीप्रीत के दिल्ली के ग्रेटर कैलाश के एक मकान ए-9 में होने की सूचना मिली। पुलिस टीेम ने वहां छापा मारा, लेकिन हनीप्रीत नहीं मिली।
बता दें कि हनीप्रीत उर्फ प्रियंका तनेजा हरियाणा पुलिस के 43 वांटेड लोगों की सूची में शीर्ष पर है। उस पर आरोप है कि गुरमीत को दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा में ङ्क्षहसा को भड़काने में उसने सहयोग किया। उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया है। हनीप्रीत के देश के विभिन्न शहरों के अलावा चीन व नेपाल में देखे जाने की सूचनाएं आती रही हैं। हालांकि अभी तक वह पुलिस की पकड़ से बाहर है।
हनीप्रीत तनेजा के नाम से दायर ट्रांजिट अग्रिम जमानत याचिका पर मंगलवार को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल की खंडपीठ के समक्ष सुनवाई हो सकती है। वकील प्रदीप का कहना है कि हरियाणा के डीजीपी ने यह बात स्वीकार की है कि उनकी मुवक्किल की जान को खतरा है। ऐसे में दिल्ली हाई कोर्ट से मांग की गई है कि वह हनीप्रीत को तीन हफ्ते की ट्रांजिट अग्रिम जमानत प्रदान करे। दिल्ली हाई कोर्ट से राहत मिलने के बाद वह चंडीगढ़ में जमानत याचिका दायर करेंगे।
वहीं, हनीप्रीत की याचिका अगर स्वीकार कर ली गई तो संभव है कि उसे कुछ दिनों के लिए गिरफ्तारी से छूट मिल जाए और फिर दिल्ली हाई कोर्ट मामले को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के पास सुनवाई के लिए भेज दे। ऐसा भी हो सकता है कि हाई कोर्ट हनीप्रीत को पुलिस के समक्ष समर्पण करने की शर्त पर ही याचिका पर सुनवाई करे।
क्या है ट्रांजिट अग्रिम जमानत: ट्रांजिट अग्रिम जमानत याचिका गिरफ्तारी से बचने के लिए किसी अन्य जिले व राज्य की अदालत में लगाई जाती है। अदालत से मांग की जाती है कि वह कुछ समय के लिए ट्रांजिट अग्रिम जमानत प्रदान कर दे, ताकि उस समयावधि तक पुलिस गिरफ्तार न करे। इस दौरान याची को संबंधित अदालत में स्थायी जमानत के लिए याचिका लगानी होती है।