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मोनिका लेविंस्की की जिंदगी में वो बना रहा खलनायक, जानें क्या थी वजह

बिल क्लिंटन के साथ अपने संबधों को लेकर सुर्खियों में आईं मोनिका लेविंस्की का कहना है कि फॉक्स न्यूज का पूर्व सीइओ रोजर उनके लिए खलनायक बन गया था।

By Lalit RaiEdited By: Published: Wed, 24 May 2017 12:55 PM (IST)Updated: Thu, 25 May 2017 08:29 AM (IST)
मोनिका लेविंस्की की जिंदगी में वो बना रहा खलनायक, जानें क्या थी वजह
मोनिका लेविंस्की की जिंदगी में वो बना रहा खलनायक, जानें क्या थी वजह

 नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क] । मोनिका लेविंस्की को कौन नहीं जानता है। वो ह्वाइट हाउस में महज पेड इंटर्न की नौकरी पर थी। लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बिल क्लिंटन से उनके अंतरंग संबंध सुर्खियों में बने रहे। आज से करीब 20 साल पहले लेविंस्की और क्लिंटन के संबंधों ने अमेरिकी राजनीति में भूचाल ला दिया। नैतिकता की दुहाई दी जाने लगी। बिल क्लिंटन को उसका खामियाजा भी उठाना पड़ा। लेकिन इस प्रकरण के बीच रोजर आइल्स एक ऐसा नाम था जिसे लोग शायद भूल गए।

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लेविंस्की के लिए रोजर बना खलनायक

रोजर आइल्स उस वक्त फॉक्स न्यूज चैनल का सीइओ नियुक्त हुआ था जिसे रुपर्ट मर्डोक ने कमान दी थी। रोजर आइल्स के कार्यकाल में फॉक्स न्यूज ने शोहरत और पैसे को अपनी झोली में कैद किया। लेकिन एक महिला को ऐसा दर्द दिया, जिसका सामना वो हर रोज करती है। फॉक्स न्यूज से रोजर आइल्स को निकाले जाने के बाद लेविंस्की ने कहा कि ये तो बहुत पहले होना चाहिए था। और अब रोजर आइल्स इस दुनिया में नहीं हैं तो लेविंस्की ने कहा कि कुप्रचार करने वाले शख्स को उनकी तरफ से श्रद्धांजलि है। 

 मोनिका के जरिए 'फॉक्स' की कमाई

फॉक्स न्यूज से निकाले जाने के करीब 10 महीने बाद रोजर आइल्स का निधन हो गया था। रोजर के निधन पर मोनिका लेविंस्की ने कहा कि वो मेरे लिए डरावना बना रहा। उसका जिक्र जब बार बार होता है तो उन्हें घबराहट होती है। लेविंस्की ने कहा कि जब रोजर ने फॉक्स न्यूज की कमान संभाली उसके बाद ही प्रेसिडेंट क्लिंटन और उनके बीच के रिश्ते जगजाहिर हुए। रोजर एक ऐसा शख्स, जिसने उसकी जिंदगी तबाह कर दी। उसने हर पल को दुखदायी बना दिया। अपने चैनल को शोहरत दिलाने के लिए जिस अंदाज में वो कहानी बयां करता था उसको याद कर सिहरन सी पैदा होती है।

फॉक्स के एजेंडे पर लेविंस्की

रुपर्ट मर्डोक ने जब रोजर का चुनाव किया ठीक उसके दो साल बाद क्लिंटन और उनके बीच के रिश्ते सार्वजनिक हुए। रोजर 24 घंटे केवल उनकी खबरें दिखाकर सुर्खियों में रहता था। रोजर के इस कृत्य से उसकी जिंदगी एक तरफ तबाह हो रही थी, वहीं दूसरी तरफ फॉक्स के वफादार दर्शकों की संख्या में इजाफा हो रहा था। मेरी इज्जत का तमाशा बनाकर फॉक्स न्यूज चैनल जमकर कमाई कर रहा था। उनके प्रकरण से फॉक्स चैनल 15 साल तक राज करता रहा और विज्ञापन के जरिए करीब 2.3 बिलियन डॉलर की कमाई भी की।

लेविंस्की प्रकरण से 'फॉक्स' का मिला फायदा

मीडिया जगत के लोगों का कहना है कि क्लिंटन-लेविंस्की प्रकरण से पहली बार फॉक्स चैनल के बारे में लोगों की रुचि बढ़ी। रोजर के समय चैनल के ही एग्जक्यूटीव डॉयरेक्टर जेम्स मूडी ने बताया कि पहली बार न्यूज मैप पर फॉक्स स्थापित हुआ। मोनिका लेविंस्की उनके चैनल के लिए किसी सपने की तरह थीं जो अब हकीकत में बदल रही थी। लेकिन लेविंस्की का सपना उनके लिए किसी भयावह अनुभव से कम नहीं था। मोनिका लेविंस्की ने कहा उसके चरित्र, उसकी जिंदगी और अदा को निर्ममता से रौंद दिया गया। फॉक्स न्यूज ने महज लोकप्रियता हासिल करने के लिए कुछ सच्चाई और कल्पना को गूंथकर देश और दुनिया के सामने पेश किया। रोजर आइल्स और उनकी टीम ने कल्पना की उस उड़ान तक अपनी सोच को पहुंचाया जिससे न केवल वो बल्कि उनका पूरा परिवार मानसिक यंत्रणा से गुजरा।

लेविंस्की-क्लिंटन की पूरी कहानी

1995 में लेविस एंड क्लार्क कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद मोनिका को अपने एक पारिवारिक दोस्त की बदौलत व्हाइट हाउस में एक प्रशिक्षु के तौर पर काम करने का मौका मिल गया। उस वक्त मोनिका की उम्र महज 22 वर्ष थी। जब उनका प्रशिक्षण खत्म हो गया तो उन्हें बतौर पेड इंटर्न नियुक्ति कर दी गई। जिस वक्त मोनिका ने व्हाइट हाउस में कदम रखा था उस वक्त पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन सत्ता में थे। वह उनका पहला कार्यकाल था। इसी दौरान लेविंस्की का क्लिंटन से आमना-सामना हुआ।

कुछ समय बाद मोनिका को व्हाइट हाउस की विधायी कार्यों के कार्यालय में बतौर कर्मचारी नियुक्त कर दिया गया। इसी दौरान वह पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के संपर्क में आई और उनके व्यक्तित्व से प्रभावित हो गई। मोनिका क्लिंटन के प्रभावशाली व्यक्तित्व पर इस कदर मोहित हुई कि वो काफी देर देर तक क्लिंटन को निहारा करती थी। मोनिका काफी चुलबुली थी और अक्सर क्लिंटन के सामने हड़बड़ाया करती थी। मोनिका की यही अदा क्लिंटन को भा जाती थी। बकौल मोनिका क्लिंटन मेरी छोटी छोटी गलतियों को गंभीरता से लेते और उनका लुत्फ उठाते।

मोनिका लेविंस्की का कहना है कि वो जानती थी कि ह्वाइट हाउस में राष्ट्रपति के लिए उसके मन में जागा आकर्षण हालांकि गलत था लेकिन वो इसे रोक नहीं पा रही थी। इन दोनों का प्यार कई साल तक परवान चढ़ा और इस बीच दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी बने। लेकिन इस बात को किसी को खबर तक नहीं लगी।

 कब हुआ खुलासा

मोनिका ने अपने दिल के छिपे राज रक्षा विभाग की एक सहकर्मी लिंडा ट्रिप के साथ साझा किए। उस दौरान लिंडा ने चुपके से मोनिका की सारी बातें रिकॉर्ड कर ली। लिंडा ने काफी दिनों तक इस बात को छिपा कर रखा। लेकिन जब 1998 में मोनिका ने पाउला जोन्स केस में यह शपथपत्र दाखिल किया कि उसका क्लिंटन के साथ कोई संबंध नहीं है तो लिंडा ने वह रिकॉर्डिंग पाउला मामले की जांच कर रहे अधिकारी किनिथ स्टार को सौंप दी। उस वक्त किनिथ क्लिंटन के खिलाफ कई मामलों की जांच कर रहे थे।

जब क्लिंटन को अदालत के सामने पेश किया गया तो उन्होंने ज्यूरी के सामने अपना पक्ष रखते हुए इस बात को सिरे से नकार दिया कि उन दोनों (क्लिंटन-लेविंस्की) के बीच 'यौन संबंध' थे। इस मुद्दे को अमेरिकी मीडिया समेत पूरी दुनिया में काफी गर्म जोशी के साथ उछाला गया और इसे कई नाम भी दिए गए। जैसे की मोनिकागेट, लेविंस्कीगेट और सेक्सगेट आदि।

ये वो दौर था जब बिल क्लिंटन 1994 में पाउला द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे थे। ऐसे में मोनिका की रिकार्डिंग ने मामले को और सनसनीखेज बना दिया। लिंडा ने लेविंस्की के साथ हुए बातचीत की रिकॉर्डिंग जांच अधिकारी को सौंपी थी। रिकार्डिंग सार्वजनिक होने के बाद लेविंस्की ने भी एक बयान जारी कर बिल क्लिंटन के साथ संबंधों पर चुप्पी खोल दी।लेविंस्की ने कहा कि ये जानते हुए कि क्लिंटन शादीशुदा हैं, बावजूद दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे। 


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