पश्चिमी देशों के चुनाव में भी मोदी बन रहे मुद्दा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोस्टर ब्वॉय हैं ही, पश्चिमी देशों में भी भारतीय वोटरों को लुभाने के लिए मोदी शायद मुद्दा बन गए हैं।
नई दिल्ली। भाजपा के लिए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोस्टर ब्वॉय हैं ही, पश्चिमी देशों में भी भारतीय वोटरों को लुभाने के लिए मोदी शायद मुद्दा बन गए हैं। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों के बीच भी परोक्ष रूप से मोदी को आकर्षण का विषय माना जा रहा है। खासतौर से जिस तरह राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल के वीडियो में उन्हें मोदी के साथ दिखाया गया, उसे भारतीय वोटरों के परिप्रेक्ष्य में ही देखा जा रहा है।
पिछले दिनों में भाजपा और खुद सरकार भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि को बड़ी उपलब्धि बताती रही है। धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय मंच पर हो रही घटनाएं भी इस दावे को बल देने लगी हैं। ओबामा का वीडियो कुछ इसी तरह की कहानी कहता है। राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार के रूप में हिलेरी क्लिंटन के चुने जाने के बाद ओबामा ने डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन में अपना आखिरी भाषण दिया था।
इसी दौरान उनके जीवन और आठ साल के कार्यकाल पर दस मिनट का वीडियो दिखाया गया था। इसकी एक स्लाइड में मोदी और ओबामा को गुफ्तगू करते दिखाया गया था। दूसरे किसी अंतरराष्ट्रीय नेता के साथ ओबामा की व्यक्तिगत फोटो उस वीडियो में नहीं थी। कन्वेंशन सेंटर में भी मोदी के पोस्टर थे।
ब्रिटेन के चुनाव में भी
आमचुनाव के दौरान ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने एक वीडियो जारी किया था। उसका शीर्षक था - "नीला है आसमान"। उसमें नरेंद्र मोदी की फोटो थी और कैमरन का चुनावी नारा था - अबकी बार, कैमरन सरकार। उल्लेखनीय है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने "अबकी बार, मोदी सरकार" नारा दिया था।
जाहिर है कि इन देशों में भारतीयों के बीच मोदी की लोकप्रियता को वहां के दल भी भुनाने में कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। वहीं, इससे भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि इनके सहारे भाजपा अंतरराष्ट्रीय नेता के रूप में मोदी की लोकप्रियता को भुनाने की कोशिश करेगी।
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