तमिलनाडु में सियासी ड्रामा, स्टालिन ने विश्वासमत को बताया असंवैधानिक
पुलिस और मार्शल पर आरोप लगाने वाले डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष और नेता विपक्ष एमके स्टालिन ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद भूख हड़ताल पर बैठ गए।
नई दिल्ली, एएनआई। तमिलनाडु में राजनीतिक घमासान फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को तमिलनाडु विधानसभा में मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने विश्वास मत हासिल कर लिया। वहीं विधानसभा में हंगामे के चलते बाहर किए गए डीएमके सदस्यों ने मरीना बीच पर जोरदार प्रदर्शन किया। पुलिस और मार्शल पर आरोप लगाने वाले डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष और नेता विपक्ष एमके स्टालिन ने राज्यपाल से मुलाकात के बाद भूख हड़ताल पर बैठ गए। कुछ देर बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
स्टालिन ने राज्यपाल से गुप्त मतदान के लिए विधानसभा को स्थगित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में लोकतांत्रिक मूल्यों की बहाली के लिए गवर्नर को हस्तक्षेप करना चाहिए। गवर्नर को लिखे पत्र में स्टालिन ने पलानीस्वामी के विश्वासमत जीतने को असंवैधानिक बताया।
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