अरनिया में मुठभेड़ जारी, पूरा गांव खाली कराया
अरनिया में सेना और आतंकियों के बीच आज मुठभेड़ फिर शुरू हो गया। सेना ने कथार गांव को पूरी तरह से खाली करा लिया है और वह आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू करने जा रही है। बताया गया है कि सेना उस बंकर को उड़ाने जा रही है जिसमें
जम्मू। अरनिया में सेना और आतंकियों के बीच आज मुठभेड़ फिर शुरू हो गया। सेना ने कथार गांव को पूरी तरह से खाली करा लिया है और वह आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू करने जा रही है। बताया गया है कि सेना उस बंकर को उड़ाने जा रही है जिसमें आतंकी छिपे हुए हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जम्मू दौरे से ठीक एक दिन पहले भारी हथियारों से लैस आतंकियों ने सीमा के पास अरनिया सेक्टर में सेना के दो बंकरों पर कब्जा कर हमला कर दिया। ये बंकर खाली थे और उनका इस्तेमाल केवल युद्ध के दौरान किया जाता था। कल हुए इस हमले में सेना के तीन जवानों सहित 10 लोग मारे गए ।
मुठभेड़ में सेना ने चार आतंकियों को मार गिराया, तीन भारतीय सैनिक भी शहीद हुए हैं। मुठभेड़ जारी है। बंकर को गोले से उड़ाने के लिए मौके पर टैंक भी तैनात कर दिया गया है। शुक्रवार को भी सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
सेना के सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान से लगने वाली सीमा पार करके आए आतंकियों ने खाली पड़े दोनों बंकरों पर कब्जा किया और वहीं से ग्रामीणों पर हमला किया। सेना ने इलाके को घेर लिया है। चार आतंकी मारे जा चुके हैं लेकिन कुछ और आतंकियों के होने की आशंका है। सेना इस बंकर को टैंक से उड़ाने पर विचार कर रही है।
जम्मू जिले से लगने वाली पाकिस्तानी सीमा के निकट यह घुसपैठ और हमला तब हुआ जब अगले दिन शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी वहां से करीब 100 किलोमीटर दूर उधमपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। इतना ही नहीं, हमले के वक्त प्रधानमंत्री मोदी अपने पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के साथ दक्षेस सम्मेलन के सिलसिले में नेपाल की राजधानी काठमांडू में मौजूद थे।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मारे गए नागरिकों और सेना के जवानों के परिजनों के प्रति संवेदना जतायी है। प्रदेश सरकार ने इलाके के सभी पुलिस नाकों और हाई वे पर अलर्ट जारी कर दिया है, ताकि रात के अंधेरे में भागने की कोशिश करने वाले आतंकियों को पकड़ा जा सके।
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"काठमांडू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का दक्षेस सम्मेलन में साथ होना और उसी दौरान यह हमला महज इत्तेफाक नहीं है। कुछ चीजें कभी नहीं बदलतीं।"
- उमर अब्दुल्ला, मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर (ट्विटर पर)
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