बदायूं में किशोरियों की याद में इंस्टीट्यूट बनाएगा सुलभ
बदायूं। कटरा सआदतगंज को शत-प्रतिशत शौचालयों वाला गांव बनाने में जुटी संस्था सुलभ इंटरनेशनल ने अब यहां दुष्कर्म के बाद मार दी गईं किशोरियों की याद में कौशल विकास इंस्टीट्यूट बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए जमीन आदि की भी तलाश शुरू कर दी गई है। इस इंस्टीट्यूट करीब 200 किशोरियां व महिलाएं एक साथ फैशन डिजाइनि
बदायूं। कटरा सआदतगंज को शत-प्रतिशत शौचालयों वाला गांव बनाने में जुटी संस्था सुलभ इंटरनेशनल ने अब यहां दुष्कर्म के बाद मार दी गईं किशोरियों की याद में कौशल विकास इंस्टीट्यूट बनाने का निर्णय लिया है। इसके लिए जमीन की भी तलाश शुरू कर दी गई है। इस इंस्टीट्यूट करीब 200 किशोरियां व महिलाएं एक साथ फैशन डिजाइननिंग, सिलाई-कढ़ाई व अन्य हुनर सीखकर स्वावलंबी बन सकेंगी।
कटरा सआदतगंज में सुलभ की ओर से बनाए जा रहे 108 शौचालयों का काम पूरा होने के बाद दूसरे चरण में करीब 300 शौचालयों के निर्माण की तैयारी शुरू कर दी गई है। कई विदेशी संस्थाओं ने भी इस कार्य में मदद के लिए अपनी थैली खोल दी है। कटरा सआदतगंज में शौच को खेत की ओर गईं दो किशोरियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्याकर शव पेड़ पर लटकाए जाने की घटना ने जब पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया, उसी वक्त सुलभ इंटरनेशनल ने बड़ी ही खामोशी के साथ गांव का एक सर्वे करवाया। इसमें पता चला कि 650 परिवारों वाले इस गांव में करीब 403 घरों में शौचालय नहीं है और इन परिवार की महिलाओं व अन्य लोगों को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है।
सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डा. बिंदेश्वर पाठक ने जागरण को बताया कि जापान में सेवारत एक संस्था ने कटरा सआदतगंज में शौचालयों के निर्माण के लिए चार लाख रुपये की मदद दी है। इसी प्रकार अमेरिका के भी एक ग्रुप ने सहयोग की इच्छा जताई है। भारत के ग्रामीण इलाकों में शौचालयों के निर्माण पर अभियान के लिए भी कई विदेशी संस्थाएं सहयोग के लिए हाथ बढ़ा रही है। इसका एक कारण यह भी है कि ग्रामीण इलाकों में बाहर शौच को जाने वाली किशोरियों महिलाओं के साथ बड़ी संख्या में दुष्कर्म के मामले सामने आ रहे है।
डा. पाठक ने बताया कि कटरा सआदतगंज को शौचालयों के मामले में प्रदेश का पहला आदर्श गांव बनाने का काम शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। ताकि शौच के लिए खेत पर जाने को मजबूर कोई किशोरी अब दरिंदों का शिकार न बने। इसके साथ ही कटरा सआदतगंज के इलाके में शहीद किशोरियों की याद में एक कौशल विकास इंस्टीट्यूट भी सुलभ की ओर से खोला जाएगा, जहां किशोरियों-महिलाओं को निशुल्क प्रशिक्षण देकर हुनरमंद और स्वावलंबी बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुलभ की ओर से दिल्ली में ऐसा केंद्र वर्ष 1992 से सफलता पूर्वक संचालित किया जा रहा है। इसके अलावा गाजियाबाद, देवली ब्रह्मंग्राम (उत्तराखंड), आरा (बिहार), अलवर (राजस्थान) सहित कई स्थानों पर ऐसे इंस्टीट्यूट संचालित किए जा रहे है, जहां किशोरियों-महिलाओं को प्रशिक्षण देकर सीधे रोजगार से जोड़ा जा रहा है।