जल्द बातचीत शुरू न हुई तो दूंगी इस्तीफा: महबूबा
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि कश्मीर मुद्दे पर संबंधित पक्षों से जल्द बातचीत शुरू न होने की स्थिति में वह इस्तीफा दे देंगी।
श्रीनगर (जेएनएन)। वादी में तीन माह में हालात सामान्य बनाने का दावा करने के बाद नई दिल्ली से लौटीं मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अपने तेवर कडे करते हुए कहा कि कश्मीर मुद्दे पर संबंधित पक्षों से जल्द बातचीत शुरू न होने पर उन्हें इस्तीफा देने व सरकार गिराने से कोई नहीं रोक पाएगा।
सीएम ने यह बात सोमवार देर रात पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की कोर समिति की बैठक में कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात में राज्य के हालात पर चर्चा के बाद सोमवार देर शाम ग्रीष्मकालीन राजधानी पहुंचीं महबूबा ने अपने निवास पर बैठक बुलाई थी। रात आठ बजे शुरू हुई यह बैठक देर रात तक चली, जिसमें महबूबा ने पार्टीजनों को अपने दिल्ली दौरे की गतिविधियों से अवगत कराया।
इस बैठक में हुई चर्चा पर पीडीपी का कोई भी नेता खुलकर बोलने को तैयार नहीं है और न पार्टी की तरफ से कोई औपचारिक बयान जारी किया गया। बैठक में मौजूद रहे नेताओं के अनुसार महबूबा ने कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर में हालात सामान्य बनाने के लिए सभी संबंधित पक्षों से बातचीत को तैयार है, लेकिन बातचीत से पहले वह कश्मीर में सामान्य हालात चाहती हैं।
मुख्यमंत्री ने बैठक में मौजूद नेताओं से हालात सामान्य बनाने की रणनीति पर चर्चा करते हुए उन्हें आम लोगों के साथ संवाद बनाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अगर हालात सामान्य होते ही बातचीत की प्रक्रिया शुरूकरने में केंद्र ने विलंब किया तो उन्हें इस्तीफा देने में देर नहीं लगेगी। मुख्यमंत्री ने नेताओं को आश्वस्त किया कि मौजूदा गठबंधन सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
इसके साथ उन्होंने मानवाधिकारों के हनन में लिप्त, अकारण नागरिकों पर गोली चलाने वाले, एक युवक को मानव ढाल बनाने में लिप्त सुरक्षाबलों और गोरक्षा के नाम पर खानाबदोश गुज्जर परिवार को निशाना बनाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी यकीन दिलाया है।
यह भी पढ़ें: तीन महीने में बदल जाएंगे घाटी के हालात: महबूबा मुफ्ती
यह भी पढ़ें: आखिर क्या थी वाजपेयी की 'कश्मीर नीति', जिसका बार - बार जिक्र करती हैं महबूबा