दवा घोटाले का सात दिन में होगा खुलासा
बिहार में बहुचर्चित दवा घोटाले का खुलासा सात दिन में होने की उम्मीकद है। जल्द से जल्द खुलासा करने के लिए दो सदस्यीय टीम की सहायता को तीन और लोग उपलब्ध कराए गए हैं। गत 24 जुलाई को हाईकोर्ट पटना ने प्रधान सचिव को दवा क्त्रय में हुई अनियमितता की जांच एक माह में कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। प्रधान सचिव ने जांच की जिम्मेदा
पटना। बिहार में बहुचर्चित दवा घोटाले का खुलासा सात दिन में होने की उम्मीकद है। जल्द से जल्द खुलासा करने के लिए दो सदस्यीय टीम की सहायता को तीन और लोग उपलब्ध कराए गए हैं। गत 24 जुलाई को हाईकोर्ट पटना ने प्रधान सचिव को दवा क्त्रय में हुई अनियमितता की जांच एक माह में कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। प्रधान सचिव ने जांच की जिम्मेदारी स्वास्थ्य सचिव आनंद किशोर व संयुक्त सचिव एसके शर्मा की दो सदस्यीय समिति को सौंपी है।
जांच टीम का दायरा बढ़ा
दवा क्त्रय में अनियमितता के राजनीतिक रंग लेने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। इसके तहत अब भागलपुर में सब स्टैंडर्ड दवा से अरविंद साह की मौत, लोकहित याचिका दाखिल करने वाले अधिवक्ता शाहनवाज अली द्वारा उठाए गए सभी बिंदुओं, अपर निदेशक डॉ. केके सिंह की रिपोर्ट में जिन बिंदुओं की गहन जांच की जरूरत बताई गई थी के अलावा सभी दवा-उपकरण के मूल्यों में अंतर का आकलन किया जा रहा है।
ये करेंगे जांच में सहयोग
स्वास्थ्य विभाग के उपसचिव अनिल कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य सचिव सह राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक आनंद किशोर व संयुक्त सचिव एसके शर्मा की दो सदस्यीय जांच टीम की सहायता में चार अन्य लोग लगाए गए हैं। इसमें राज्य स्वास्थ्य समिति के एडमिनिस्ट्रेटिव आफिसर रजनीश कुमार सिंह, एजी के एकाउंटेंट रामबाबू साह, आइजीआइएमएस के डीडीए आइएएस अधिकारी मनोज कुमार व औषधि विभाग का एक निरीक्षक शामिल हैं।
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