थाणे ड्रग केस के आरोपियां का लिंक कहीं डी-कंपनी से तो नहीं!
ठाणे पुलिस द्वारा 2000 करोड़ के ड्रग्स जब्त करने के मामले में अंदेशा जताया जा रहा है कि हो न हो इस रैकेट का लिंक कहीं न कहीं डी-कंपनी से हो सकता है।
मुंबई, मिड-डे। ठाणे पुलिस द्वारा 2000 करोड़ के ड्रग्स जब्त करने के मामले में नया मोड़ सामने आया है। आरोपियों से बातचीत के बाद अंदेशा जताया जा रहा है कि हो न हो इस रैकेट का लिंक कहीं न कहीं डी-कंपनी से हो सकता है। यह भी हो सकता है डी-कंपनी इस रैकेट की क्लाइंट हो।
2000 करोड़ के ड्रग्स जब्त करने के बाद जब ठाणे पुलिस ने इसको लेकर अपनी छानबीन तेज की तो पता चला है कि करीब 100 किलो ड्रग्स सिर्फ तीन महीने के दौरान केन्या में सप्लाई किए गए हैं। इतना ही नहीं बड़ी मात्रा में ड्रग्स दुबई भी सप्लाई किए जाने थे।
ठाणे पुलिस आयुक्तालय की तरफ से कहा गया- "अभी तक हम इस बात पर शक कर रहे थे कि इतनी बड़ी तादाद में ड्रग्स गोस्वामी को सप्लाई किया है लेकिन ड्रग्स कारोबार में शामिल पुनीत श्रिंगी, फार्मा ए-वन लाईफ साइंस लिमिटेड के डायरेक्टर मनोज जैन, हरदीप सिंह और इन्दरसिंह की गिरफ्तारी के बाद भी इन लोगों ने यही खुलासा किया है।"
ठाणे पुलिस आयुक्तालय के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि इन लोगों ने ये बताया है कि हाल में ड्रग्स सप्लायर नरेन्द्र काचा के पकड़े जाने के जो 1300 किलो ड्रग्स जब्त किए गए थे वो भी केन्या ही भेजा जाने की योजना थी।
ठाणे के पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मिड-डे अखबार से बातचीत में बताया कि विक्की गोस्वामी की इस ड्रग्स तस्करी में अहम रोल हैं और ये इसका कारोबार मुंबई और गुजरात से पूरी दुनिया में चलता है। उन्होंने कहा- “हमारी टीम अलग-अलग राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जांच एजेंसियों के साथ मिलकर उसके तलाश में जुटी है। हम उसके स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय लिंक के बार में भी पता करने में जुटे हैं।”