पांच करोड़ देने की बात बेबुनियाद
लेकिन देर शाम तक मुख्यमंत्री कार्यालय एवं प्रोड्यूसर्स गिल्ड दोनों ने साफ कर दिया कि बैठक में पांच करोड़ रुपये देने की कोई बात नहीं हुई है।
ओमप्रकाश तिवारी, मुंबई । 'ऐ दिल है मुश्किल' के प्रदर्शन में आ रही मुश्किलों को दूर करने के लिए शनिवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस की उपस्थिति में मनसे प्रमुख राज ठाकरे, प्रोड्यूसर्स गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट और फिल्म के निर्माता करण जौहर की बैठक हुई। इस बैठक के बाद मनसे की तरफ से प्रचारित किया गया कि प्रोड्यूसर्स गिल्ड ने सैनिक कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपये देने का वादा भी किया है। टेलीविजन चैनलों द्वारा इस समाचार को प्रचारित भी खूब किया गया। लेकिन देर शाम तक मुख्यमंत्री कार्यालय एवं प्रोड्यूसर्स गिल्ड दोनों ने साफ कर दिया कि बैठक में पांच करोड़ रुपये देने की कोई बात नहीं हुई है।
मुकेश भट्ट ने दैनिक जागरण से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने स्वयं टेलीविजन पर आकर साफ कर दिया है कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है। भट्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री ने बात छेड़ी कि यदि फिल्म निर्माताओं में से कोई कुछ मदद करना चाहे, तो रक्षा निधि में दे सकता है। मुकेश भट्ट कहते हैं कि जिसकी जो भावना है, वह अपनी मर्जी से दे सकता है। करण जौहर ने भी कहा है कि वह सैनिक कल्याण कोष में कुछ राशि दो दिन पहले ही दे चुके हैं।
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दूसरी ओर, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रविकिरण देशमुख ने कहा कि बैठक शुरू होने के बाद प्रोड्यूसर्स गिल्ड की तरफ से कहा गया कि हम सैनिकों के कल्याण के लिए पैसा देना चाहते हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि देना चाहते हैं तो दे दीजिए। लेकिन मुख्यमंत्री ने किसी राशि का कोई जिक्र नहीं किया।