मांझी का आरोप, नीतीश राज में चौतरफा मची है लूट
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भाजपा में शामिल होने या राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का दामन थामने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। बुधवार को एक अणे मार्ग में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे न तो भाजपा के साथ जा रहे हैं और न
पटना। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भाजपा में शामिल होने या राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का दामन थामने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। बुधवार को एक अणे मार्ग में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे न तो भाजपा के साथ जा रहे हैं और न ही लालू प्रसाद के साथ। चुनाव पूर्व किसी भी दल से गठबंधन नहीं होगा। नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि उनके राज में चौतरफा लूट मची है। कुर्सी बचाने के लिए नीतीश ने आंखें बंद कर ली हैं।
माझी ने कहा कि इससे बेहतर नीतीश को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। मांझी ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि वे विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी के मार्फत अपने हिसाब से सदन चला रहे हैं। चौधरी पर कई आरोप हैं और उनकी फाइलें नीतीश के पास हैं। इस हवाले से नीतीश विधानसभा अध्यक्ष को ब्लैकमेल कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश के दोबारा सत्ता में आने के बाद प्रदेश की आर्थिक स्थिति के साथ विधि-व्यवस्था की स्थिति गड़बड़ाई है। भ्रष्टाचार भी बढ़ा है।
माझी ने नीतीश से कहा है कि काम के बोझ से वे लगातार बीमार पड़ रहे हैं। शासन भी ठीक प्रकार से नहीं चला पा रहे। ऐसे में उन्हें पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार जब से सत्ता में आए हैं, हमारे लोगों के काम नहीं हो रहे हैं। चारों ओर लूट-खसोट मची हुई है। धान खरीद का जितना लक्ष्य था, उस अनुरूप खरीद नहीं हो रही है। बिचौलिए सक्रिय हो गए हैं। पोशाक और छात्रवृत्ति की राशि में लूट मची है। जेलों में भी अपराधी अपनी मनमर्जी से कारोबार चला रहे हैं। बकौल मांझी, पैसों के अभाव का हवाला देकर नीतीश कुमार हमारी कैबिनेट द्वारा लिए गए फैसलों को बदल रहे हैं, जिसका खामियाजा उन्हें आने वाले चुनाव में भोगना पड़ेगा। उन्हें मेरी घोषणाएं लागू करनी होंगी, अन्यथा सरकार को जाना होगा।
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