बच्चों के भीख मांगने पर रोक लगाएंगी मेनका
बच्चों के लिए शीर्ष निकाय राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट जारी है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने बच्चों के भीख मांगने पर रोक लगाने की वकालत की है। उन्होंने कहा है कि वह इस संबंध में पुलिस आयुक्त से बात करेंगी।
एफआइसीसीआइ महिला संगठन की ओर से आयोजित एक समारोह में केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'हमने बच्चों के भीख मांगने पर रोक लगाने के लिए कड़ा रुख अपनाने का फैसला लिया है। मैंने पुलिस आयुक्त से मुलाकात करने की योजना बनाई है। उनसे मैं इसे बंद कराने को कहूंगी। मैं भीख मांगने के खिलाफ नहीं हूं लेकिन सड़क पर कोई बच्चा भीख मांगता नहीं दिखना चाहिए।' उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस आयुक्त से भी वह मुलाकात करेंगी और राष्ट्रीय राजधानी में बच्चों के भीख मांगने पर काबू पाने को कहेंगी।
बच्चों के लिए शीर्ष निकाय राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने हाल ही में अपनी एक रिपोर्ट जारी है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के तहत गठित आयोग द्वारा जारी सड़कों में बच्चों स्थिति को लेकर स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) में सुझाव दिए गए हैं। एसओपी में सड़कों पर जीने वाले बच्चों (स्ट्रीट चिड्रेन) के उद्धार और पुनर्वास के लिए कार्रवाई की रूपरेखा तय की गई है।
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सड़कों से बच्चों को हटाने का जिम्मा एनजीओ चाइल्डलाइन को सौंपा गया है। एनजीओ द्वारा निकाले गए बच्चों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा। समिति अल्पकालिक देखभाल के लिए अंतरिम आदेश पारित करेगी। बच्चों को देखभाल करने वाले संस्थान को या उपयुक्त व्यक्ति को सौंपा जाएगा। परिवार वालों के संपर्क तक बच्चों को यहां रखा जाएगा। बच्चों की आर्थिक मदद का भी सुझाव दिया गया है।