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अरुणा की यादों को सिमेटे है कमरा नंबर चार

किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) हॉस्पिटल के कमरा नंबर चार में अब पहले जैसी चहल-पहल नहीं है। नर्से कमरा नंबर चार को अब अरुणा के स्मारक के रूप में विकसित करने की मांग कर रही हैं। हालांकि ऐसा करना फिलहाल अस्पताल प्रबंधन के लिए संभव नहीं है फिर भी उन्हें इस

By Kamal VermaEdited By: Published: Tue, 19 May 2015 06:34 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2015 06:43 PM (IST)
अरुणा की यादों को सिमेटे है कमरा नंबर चार

मुंबई। किंग एडवर्ड मेमोरियल (केईएम) हॉस्पिटल के कमरा नंबर चार में अब पहले जैसी चहल-पहल नहीं है। नर्से कमरा नंबर चार को अब अरुणा के स्मारक के रूप में विकसित करने की मांग कर रही हैं। हालांकि ऐसा करना फिलहाल अस्पताल प्रबंधन के लिए संभव नहीं है फिर भी उन्हें इस दिशा में सोचना जरूर पड़ेगा। अस्पताल के अध्यक्ष डा. अविनाश सूपे ने नर्सो की इस मांग की पुष्टि करते हुए कहा है, 'हां इस तरह की मांग नर्सो ने की है। अभी फिलहाल कमरे में अरुणा की फोटो लगाई गई है। कमरे को स्मारक बनाने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।' सूपे ने कहा कि अरुणा के नाम पर कमरे का नामकरण संभव है। इसे अन्य मरीजों के लिए भी खोलना एक अच्छा विचार हो सकता है। अरुणा का कल अंतिम संस्कार कर दिया गया था।

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अब एक जून को नर्से नहीं दे सकेंगी बधाई

अरुणा का जन्मदिन एक जून को है। हर साल कमरा नंबर चार को नर्से सजाती थीं लेकिन, अब यह कमरा अरुणा के नाम पर गुलजार नहीं हो सकेगा। सेवा करने वाली नर्सो को इस बात का मलाल है कि हर साल की तरह वो अब अरुणा को जन्मदिन की बधाई नहीं दे सकेंगी।

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