कुत्ते का आधार कार्ड बनाने की कोशिश करने पर मुकदमा
उत्तर प्रदेश में बहरियाबाद के राजापुर गांव में एक कुत्ते का आधार कार्ड बनाने का प्रयास करने के मामले में कंपनी ने अपने ऑपरेटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। केंद्र सरकार ने उक्त कंपनी का भुगतान रोक दिया है।
गाजीपुर [जासं]। उत्तर प्रदेश में बहरियाबाद के राजापुर गांव में एक कुत्ते का आधार कार्ड बनाने का प्रयास करने के मामले में कंपनी ने अपने ऑपरेटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। केंद्र सरकार ने उक्त कंपनी का भुगतान रोक दिया है।
गत तीन मार्च को आधार कार्ड बनाने के लिए राजापुर गांव में कैंप लगा जहां ऑपरेटर मनीष कुमार ने एक कुत्ते मोंटू का फोटो व गांव के ही अनिल कुमार का मोबाइल व पता डालकर कंप्यूटर में फीड कर दिया। जब आधार कार्ड बनने के लिए गया तो हंगामा मचा। बात बढ़ी तो भारत सरकार ने कार्वी इंडिया लिमिटेड के खिलाफ प्रतिकूल टिप्पणी करते हुए उसके भुगतान पर रोक लगा दी। तब कंपनी के जिला कोऑर्डिनेटर अजय सिंह ने ऑपरेटर मनीष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है।
गाय-भैंसों के लिए 'आधार कार्ड' चाहते हैं डेयरीवाले
मुंबई। महाराष्ट्र के कुछ डेयरी वालों ने गाय-भैंसों के लिए आधार कार्ड जैसा पहचान पत्र बनाने का विचार पेश किया है। उनका मानना है कि इससे दुधारू पशुओं के इतिहास, प्रजनन चक्र और दूध उत्पादन के बारे में जानने में मदद मिल सकती है।
डेयरी से जुड़े किसान चाहते हैं कि सरकार इस पर गंभीरता से विचार करे। उनका कहना है कि उन्नत डेयरी फार्मिंग अपनाने वाले बहुत से देशों में ऐसा किया जा रहा है। इस बारे में महाराष्ट्र के डेयरी विकास मंत्री एकनाथ खडसे का कहना है कि उन्हें ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला है और अगर मिला तो वह उसपर विचार करेंगे।
एक डेयरी के अधिकारी ने बताया कि गायों पर विशिष्ट पहचान (यूआइडी) संख्या का टैग लग जाने पर उसके पूरे दूध उत्पादन का ब्योरा मिल जाएगा जो व्यापार और योजना बनाने के लिए महत्वपूर्ण होगा। इससे किसानों के लिए वित्तीय संस्थानों से कर्ज लेकर पशु खरीदना भी आसान हो जाएगा क्योंकि यूआइडी की मदद से पशु की पूरी जानकारी रखी जा सकेगी।
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