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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज, घर-घर मनाया जाएगा कान्हा का जन्मोत्सव

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज [शनिवार] को है। देश भर में जन्‍माष्‍टमी की धूम मची हुई है। एक बार अजन्मा फिर जन्म लेंगे। इस पावन मौके पर तीनों लोक ब्रज पर बलिहारी हो रहे हैं। वैकुंठ की भव्यता ब्रज के आगे फीकी पड़ रही है। शनिवार को होने वाले पर्व को लेकर

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2015 11:35 AM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2015 05:14 PM (IST)

मथुरा श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आज [शनिवार] को है। देश भर में जन्माष्टमी की धूम मची हुई है एक बार अजन्मा फिर जन्म लेंगे। इस पावन मौके पर तीनों लोक ब्रज पर बलिहारी हो रहे हैं। वैकुंठ की भव्यता ब्रज के आगे फीकी पड़ रही है। शनिवार को होने वाले पर्व को लेकर ब्रज फूला नहीं समा रहा है। हर ओर से आस्था और श्रद्धा का समंदर उमड़ रहा है। सभी राज्यों में श्रीकृष्ण जन्म उत्साह तो है ही पर ब्रज की ताे बात ही निराली है। प्रधानमंत्री ने भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर देशवासियों को बधाई दी है।

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शनिवार को अजन्मे के जन्मोत्सव पर जन्मभूमि समेत घर-घर और मंदिरों में गोपाल प्रकट होंगे। उनके जन्म की खुशी में झूमने के लिए समूचा ब्रजमंडल और ब्रजवासी तैयार हैं। जन्मोत्सव की पूर्व संध्या पर भजन-संकीर्तन के बीच भगवान श्रीराधा-कृष्ण को चंद्रकी पोशाक धारण करा दी गई। शनिवार को दिव्य शहनाई के साथ जन्मोत्सव का उल्लास चरम पर बढऩे लगेगा। रात्रि 12 बजे प्रभु का प्राकट्य होगा। जन्माष्टमी की पूर्व संध्या पर श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर श्रीकेशव देव मंदिर से संत और श्रद्धालु ढोल-नगाड़े, झांझ-मजीरे बजाते हुए संकीर्तन करते हुए भागवत भवन आए। चंद्रकी पोशाक अर्पित करने के बाद श्रद्धालुओं ने प्रभु के जन्मोत्सव की पोशाक के दर्शन किए। शुक्रवार को जन्मस्थान पर दर्शन करने के लिए आस्था हिलोरें मारती रही। दिन भर श्रद्धालुओं का आवागमन और कतारें लगी रहीं। कान्हा के जन्म के समय ब्रज के वैभव का नजारा देखने के लिए देवता भी लालायित हैं। जन्मभूमि पर प्रिया-प्रियतम के निज गर्भगृह की सज्जा अनूठी और निराली की गई है। जन्मोत्सव के बंगले के निर्माण में आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया गया है। पुष्प बंगलों के निर्माण में रोबोटिक मशीन का प्रयोग किया है। दिव्य जन्म महाभिषेक के लिए अद्भुत मंच तैयार किया गया है। कमल पुष्प पर स्थापित चांदी की चौकी पर विराजमान ठाकुरजी के चल विग्रह ऐसे प्रतीत होंगे, जैसे कमल की प्रत्येक पंखुडिय़ां असंख्य भक्तों के साथ-साथ ठाकुरजी के स्वरूप को निहार रही हैं। इस दिव्य महोत्सव का साक्षी बनने के लिए देश-दुनिया के श्रद्धालु ब्रज आ रहे हैं। शुक्रवार की रात्रि तक ही ब्रज मिनी भारत में तब्दील हो चुका था।

सुबह से ही शुरू हो गए आयोजन


श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर महोत्सव की श्रृंखला शनिवार सुबह से ही शुरू हो गई । सुबह पांच बजे भगवान के मंगला दर्शन हुए। इसके बाद मंगला आरती। सुबह नौ बजे श्रीकृष्ण जन्मस्थान के लीला मंच पर पुष्पांजलि कार्यक्रम शुरू हुआ। संस्थान के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास महाराज और काष्र्णि गुरुशरणानंद महाराज द्वारा पुष्पाजंलि की गई। भक्ति संगीत गायक मथुरानाथ चतुर्वेदी प्रभु को भजन के माध्यम से भाव-सुमन अर्पित किए। राजभोग के दर्शन दोपहर 11.40 बजे होंगे।
जन्म महाभिषेक का अलौकिक कार्यक्रम रात्रि 11 बजे श्री गणेश-नवग्रह आदि के पूजन से शुरू होगा। रात्रि 11.55 तक पुष्प सहस्रार्चन होगा। रात्रि 12 बजे भगवान के प्राकट््य के साथ मंदिर परिसर में ढोल, नगाड़े, झांझ-मजीरे, मृदंग और हरिबोल के साथ भक्तजन नाच उठेंगे। जन्म की महाआरती शुरू होगी, जो रात्रि 12.10 बजे तक चलेगी। भगवान का जन्म महाभिषेक रात्रि 12.15 से 12.30 बजे तक होगा। 12.40 से 12.50 बजे तक भक्तों को श्रृंगार आरती के दर्शन होंगे। श्रृंगार आरती के बाद भगवान श्रीकृष्ण को अर्पित 1008 कमलपुष्प भागवत भवन में उपस्थित भक्तों को रात्रि एक बजे तक वितरित किए जाएंगे। रात्रि 1.28 से रात्रि 1.30 बजे तक ठाकुरजी की शयन आरती होगी।

अजन्मा आज लेंगे जन्म, छाया उल्लास

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर जन्मभूमि के आसपास वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। बसें भी शहर में प्रवेश नहीं कर सकेंगी। श्रीकृष्ण महोत्सव के आयोजन को देखते हुए प्रशासन द्वारा ट्रैफिक रूट निर्धारित किया जा रहा है।


यह रहेगी व्यवस्था


- दिल्ली की तरफ से आने वाली बसों को बाजना पुल के पास और आगरा से आने वाली बसों को रेलवे ग्राउंड में खड़ा कराया जाएगा।
- अलीगढ़ की तरफ से आने वाले वाहनों को जीआइसी, ब्लैक स्टोन, क्लैंसी इंटर कॉलेज पर खड़ा कराया जाएगा।
- दिल्ली से गोकुल रेस्टोरेंट होकर आने वाले छोटे वाहनों को रामलीला मैदान और आसपास के खाली भूखंडों में खड़ा कराया जाएगा।
- वृंदावन से आने वाले वाहनों को पीएमवी कॉलेज और आसपास खाली भूखंडों में खड़ा कराया जाएगा।
- गोवर्धन चौराहे से आने वाले वाहनों को फायर ब्रिगेड के निकट रोक दिया जाएगा।
- मसानी, भूतेश्वर, गोङ्क्षवद नगर, डीगगेट के मध्य किसी भी निजी वाहन को जाने की अनुमति नहीं होगी।

श्रद्धालु यह रखें ध्यान


- श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर दर्शन करते जाते समय बीड़ी, माचिस, विस्फोटक, इलेक्ट्रॉनिक सामान, कैमरा,मोबाइल, ज्वलनशील पदार्थ, अस्त्र-शस्त्र लेकर न जाएं।
- भारी सामान लेकर मंदिर में प्रवेश न करें। अपने सामान को सुरक्षित सामान घर में रखकर दर्शन करने जाएं।
- अजनबी से दोस्ती न करें और न ही उनके द्वारा दी गई खाद्य वस्तु का सेवन करें।
- जूता, चप्पल आदि जूता घर में ही रखकर जाएं।

यहां बनेंगे सामानघर


गणेश गेस्ट हाउस, संगीत सिनेमा के बाहर, रूपम सिनेमा पार्किंग में, श्रीगर्तेश्वर, महाविद्या संपर्क मार्ग,पतंजलि स्टोर।
गोङ्क्षवद नगर मार्ग से होगा प्रवेश
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन श्रद्धालुओं का प्रवेश नगर द्वार से और निकास मुख्य द्वार से होगा।

मथुरा-- श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर ये होंगे आयोजन


- श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर पांच सितंबर के आयोजन
- 10 बजे पुष्पांजलि कार्यक्रम
- शाम पांच बजे शोभायात्रा निकाली जाएगी
- शाम सात बजे लीलामंच पर श्रीकृष्ण जन्मलीला
- रात्रि 11 बजे श्रीगणेश नवग्रह का पूजन शुरू
- रात्रि 12 से 12.10 बजे तक भगवान के प्राकट््य की महाआरती
- रात्रि 12.15 से 12.30 बजे तक महाभिषेक
- 12.40 से 12.50 तक श्रृंगार आरती के दर्शन
-जन्म के दर्शन रात्रि डेढ़ बजे तक

छह सितंबर के कार्यक्रम

- सुबह नौ बजे नंदोत्सव का आयोजन

- शाम सात बजे लीलामंच पर नंद महोत्सव, पूतनावध, शंकरलीला

श्री द्वारिकाधीश मंदिर के कार्यक्रम पांच सितंबर


- सुबह साढ़े छह बजे पंचामृत दर्शन


- सुबह नौ बजे श्रंृगार दर्शन


- रात्रि 12 बजे जन्मोत्सव


छह सितंबर


-सुबह दस बजे से नंद महोत्सव

गोकुल के आयोजन पांच सितंबर
- रात्रि 12 बजे जन्मोत्सव


छह सितंबर

-सुबह साढ़े दस बजे से नंदोत्सव

बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन

छह दिसंबर


- रात्रि 12 बजे ठाकुरजी का महाभिषेक, रात 1.45 तक दर्शन खुले रहेंगे। रात्रि 1.55 बजे मंगला आरती होगी। आरती के बाद सुबह पांच बजे तक मंदिर के दर्शन। पांच बजे पट बंद होने के बाद सुबह 7.45बजे तक नियमित रूप से दर्शन खुले रहेंगे। दधिकांघा दोपहर राजभोग आरती से पहले तक चलेगा।

राधारमण मंदिर

छह सितंबर को वृंदावन के राधारमण मंदिर और ठा. शाह बिहारी मंदिर में दिन में ही जन्मोत्सव मनाया जाएगा। सुबह दस बजे से ठा. श्रीराधारमण लालजू का सवा सौ मन दूध से महाभिषेक होगा।

सप्त देवालयों से शोभायात्रा सात को

सात सितंबर को लोई बाजार स्थित राधा श्यामसुंदर मंदिर से प्राचीन सप्त देवालयों के साथ अन्य मंदिरों, मठों, आश्रमों की शोभायात्रा नगर भ्रमण करेगी।

बरसाना में आयोजन


- पांच सितंबर को सुबह से ही भजन संध्या व समाज गायन और रात्रि 12 बजे अभिषेक।

नंदगांव

- छह सितंबर को जन्मोत्सव आयोजित होगा।

सोशल मीडिया पर छाए श्रीकृष्ण

सोशल मीडिया पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व छाया हुआ है। हर कोई एक-दूसरे को श्रीकृष्ण के चित्र या संदेश भेजकर शुभकामनाएं दे रहा है। वहीं गूगल पर भी श्रीकृष्ण संबंधी जानकारियों के लिए सर्च में एकदम बढ़ोत्तरी हुई है। फेसबुक, आदि सोशल साइट््स पर जन्माष्टमी की पूर्व संध्या से ही लोगों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं भेजना अथवा पोस्ट डालना प्रारंभ कर दिया है। व्हाट््सएप पर भी भगवान से जुड़ी संदेश परक पोस्ट अपलोड की जा रही है। एक अनुमान के अनुसार ब्रज के ही पांच लाख से ज्यादा यूजर फेसबुक पर हैं, इनमें अधिकांश तो जन्मस्थान अथवा राधा-कृष्ण की फोटो शेयर कर ही रहे हैं, इनके अलावा अन्य प्रांतों के कृष्ण भक्त भी लगे हुए हैं। माना जा रहा है कि शनिवार को सोशल साइट््स पर श्रीकृष्ण संबंधी पोस्ट ही छाई रहेंगी।


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