रामजस विवाद पर बोले रिजिजू, वामपंथियों ने देश का कभी भला नहीं किया
रामजस कॉलेज विवाद पर केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि देश के खिलाफ बोलने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।
नई दिल्ली(एएनआई)। देशभक्ति, देशद्रोह और उमर खालिद का मुद्दा अब जेएनयू कैंपस से निकल कर डीयू कैंपस तक जा पहुंचा है। रामजस कॉलेज में उमर खालिद को बुलाए जाने के मुद्दे पर छात्र संगठन एक दूसरे के सामने आ गए। देशभक्ति बनाम देशद्रोह के शीर्षक से शुरू हुई इस जंग में सियासत के मंझे खिलाड़ी भी जमकर निशाना साध रहे हैं। गुरमेहर कौर के बयान पर विपक्ष जहां एक सुर में कह रहा है कि कॉलेज और विश्वविद्यालय के कैंपसों से बोलने की आजादी का गला घोंटा जा रहा है, वहीं केंद्र सरकार का भी कहना है कि जिस देश का लोग नमक खा रहे हैं, उसे कोसने की आजादी नहीं दी जा सकती है।
वाम दलों पर भड़के गृह राज्यमंत्री
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरन रिजिजू ने कहा कि गुरमेहर कौर एक नौजवान लड़की है, उसके ऊपर किसी तरह का विवाद खड़ा करना सही नहीं होगा। लेकिन उन्होंने कहा कि वामपंथी लोगों को दूसरे के कंधे पर बंदूक चलाने की आदत पड़ चुकी है। 1962 की भारत और चीन की लड़ाई में वामपंथियों ने चीन का साथ दिया और अब ये लोग नौजवानों को भड़काने का काम कर रहे हैं।
विवाद से गुरमेहर कौर ने खुद को किया अलग
डीयू के रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया कैंपेन चलाने वाली गुरमेहर कौर ने अब खुद को कैंपेन से अलग कर लिया है। मंगलवार सुबह एक ट्वीट कर गुरमेहर ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा- 'मैं खुद को कैंपेन से अलग कर रही हूं, आप सभी का शुक्रिया। मुझे जो कहना था वो कह चुकी हूं।'
हालांकि, गुरमेहर ने छात्र लेफ्ट संगठन आईसा की ओर से निकाले जाने वाले मार्च के लिए छात्रों को शुभकामना दी और कहा मार्च में ज्यादा से ज्यादा संख्या में जमा हों और ये कैंपेन सिर्फ मेरे लिए नहीं बल्कि सभी छात्र-छात्राओं के लिए है'।
साथ ही अपने विरोधियों को जवाब देते हुए गुरमेहर ने लिखा 'जो लोग भी मेरे साहस पर सवाल खड़े कर रहे हैं, उन्हें बताना चाहती हूं कि मैंने उसके कहीं ज्यादा हिम्मत दिखाई। अपने अगली ट्वीट में उन्होंने लिखा 'ये पक्की बात है कि आगे से कोई भी हिंसा और धमकी देने से पहले दो बार जरूर सोचेगा'।
उधर, गुरमेहर दिल्ली छोड़कर अपने घर जालंधर (पंजाब) लौट रही हैं। उनकी मां ने इसकी पुष्टि की है। मंगलवार को गुरमेहर को दुष्कर्म की धमकी के मामल में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
डीयू के लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा गुरमेहर के समर्थन में कॉलेज के टीचर्स ने एक बयान जारी किया है। अंग्रेजी विभाग की ओर से जारी इस बयान में कहा गया है कि शिक्षक उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पूरा समर्थन करते हैं।
मामला बढ़ने पर ABVP के मीडिया संजोयक साकेत बहुगुणा ने भी दिल्ली पुलिस को चिट्ठी लिख कर गुरमेहर कौर को मिली धमकी के मामले में कार्रवाई की मांग की है। अपने पत्र में बहुगुणा ने कहा कि ABVP का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
क्या है विवाद
दिल्ली विश्वविद्यालय में बीते बुधवार को एबीवीपी और ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी। एक दिन पहले ही एबीवीपी ने रामजस कॉलेज में आयोजित उस सेमिनार को जबरन रद्द करा दिया था, जिसमें जेएनयू के छात्र उमर खालिद को आमंत्रित किया गया था।
इसके बाद करगिल युद्ध में शहीद हुए भारतीय सेना के कैप्टन मंदीप सिंह की बेटी गुरमेहर ने पिछले सप्ताह रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर एबीवीपी के खिलाफ अभियान छेड़ा था, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वह लेडी श्रीराम कॉलेज की छात्रा हैं।
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