Move to Jagran APP

J&K में बादल फटने से 3 मरे, भारी बारिश की चेतावनी

जम्‍मू कश्‍मीर और उत्‍तराखंड में हुई मूसलाधार बारिश और बादल फटने से चारों और तबाही का आलम देखने को मिल रहा है। राज्‍यों में कई जगहों पर जल जमाव हो गया है। जम्‍मू कश्‍मीर के गांदरबल में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में तीन लोगों की मौत हो गई

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Fri, 17 Jul 2015 12:45 AM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2015 03:51 PM (IST)
J&K में बादल फटने से 3 मरे, भारी बारिश की चेतावनी

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में हुई मूसलाधार बारिश और बादल फटने से चारों और तबाही का आलम देखने को मिल रहा है। राज्यों में कई जगहों पर जल जमाव हो गया है। जम्मू कश्मीर के गांदरबल में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि दो अभी लापता हैं।

loksabha election banner

बादल फटने से पांच वाहन भी बह गए और कई मकान भी क्षतिग्रस्त हुए। अमरनाथ यात्रा के शेषनाग पढ़ाव पर भी बादल फटा है। यहां करीब पांच हजार यात्रियों के फंसे होने की आशंका है। इसके चलते यात्रा को रोक दिया गया है। वहीं उत्तराखंड में भारी बारिश के बाद उपजे हालातों को देखते हुए एहतियातन यात्रियों को चमोली, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में रोक दिया गया है। मौसम विभाग ने उत्तर भारत में अगले 72 घंटो में मूसलाधार बारिश की आशंका जताई है।

भारी बारिश बनी अमरनाथ यात्रा में बाधा

बालटाल मार्ग पर पवित्र गुफा के रास्ते में एक पुल भी धंस गया है। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में बाबा अमरनाथ यात्रा मार्ग पर स्थित शेषनाग सहित दो जगहों पर बादल फटे, लेकिन किसी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ। अलबत्ता, दो मकान अचानक आई बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो गए हैं। त्राल में अचानक शुरू हुई बारिश के दौरान ओलावृष्टि भी हुई। बाढ़ में फंसे स्पेन के एक पर्यटक को जवानों ने बचाया।

इससे धान के खेतों और बागों को नुकसान पहुंचा है। शाम चार बजे अचानक बारिश शुरू हो गई और पौने पांच बजे गगनगीर व कुल्लन गांव के ऊपर जोरदार आवाज के साथ बादल फट गए। इससे स्थानीय नालों में तीव्र गति से बाढ़ आ गई, जो कई मकानों, दुकानों को तबाह करते हुए पांच वाहनों को बहा ले गई।

केदारनाथ यात्रा में खलल

चारधाम यात्रा में फिर मौसम ने खलल डाला। खराब मौसम के चलते केदारनाथ यात्रियों को प्रशासन ने ऐहतियात के तौर पर यात्रा के पहले पड़ाव गौरीकुंड में रोक लिया। हेलीकॉप्टर सेवा भी बाधित रही। अलबत्ता, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड यात्रा सुचारू है। बदरीनाथ हाईवे शाम को चमोली में मैठाणा-कुहेड़ के पास मलबा आने से बंद हो गया, हालांकि यात्रियों की नंदप्रयाग संपर्क मार्ग से आवाजाही कराई जा रही है। हरिद्वार में लालढांग के नजदीक रवासन नदी के उफान पर आने से 40 स्कूली बच्चे फंस गए।

उप्र की नदियों में फिर हलचल

उत्तराखंड में भारी बारिश के साथ ही उत्तर प्रदेश में बुधवार रात से शुरू हुई झमाझम बारिश ने घटती नदियों में फिर हलचल मचा दी है। गुरुवार तक बारिश जारी रहने से गंगा, राप्ती व घाघरा समेत कई नदियां उफान मारने लगी। इससे एक बार फिर तटवर्ती गांवों के लोगों में बाढ़ से तबाही की दहशत पैदा हो गई है और सुरक्षित ठिकानों पर पलायन शुरू हो गया है। बलरामपुर में राप्ती नदी व पहाड़ी नालों में पानी तेजी से बढ़ रहा है।

दार्जिलिंग में भूस्खलन

दार्जिलिंग के कर्सियांग अनुमंडल में पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण भूस्खलन होने से राष्ट्रीय राजमार्ग 55 का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। इसमें किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है।

झारखंड में तेज बारिश से बढ़ी दिक्कतें

लगातार हो रही बारिश ने झारखंड के कई इलाकों में कल भारी दिक्कत हुई। सैकड़ों घर जहां ध्वस्त हो गए वहीं नदियों में उफान आने से सैकड़ों गांवों का संपर्क प्रखंड व जिला मुख्यालयों से टूट गया है। पलामू जिले में चार निर्माणाधीन नदी पुल के डायवर्सन बह गए।

इससे पलामू जिले का बिहार, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़ व रांची से संपर्क भंग हो गया। पलामू के ही हुसैनाबाद में आधा दर्जन बांध टूट गए तो 20 वर्ष पूर्व बना पुल भी टूट गया। वज्रपात में मां-बेटी की मौत हो गई। कई पेड़ सड़क पर गिर पड़े। सैकड़ों घरों में बारिश का पानी घुस आया है। पूरे इलाके में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.