इस ऐतिहासिक गेंद को फेंकने के बाद भारत के लिए फिर नहीं कर पाया गेंदबाजी ये बदनसीब गेंदबाज
उस ऐतिहासिक मैच के बाद भारत के लिए फिर कभी गेंदबाजी नहीं कर पाया ये गेंदबाज।
संजय सावर्ण, नई दिल्ली। जब हम टी 20 विश्व कप 2007 फाइनल की बात करते हैं तो जहन में मैच का आखिरी पल जरूर याद आता है। आज हम उस गेंदबाज को भूल चुके हैं कुछ याद है तो टीम के उस वक्त के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और जीता हुआ कप। दरअसल ये कोई नई बात नहीं है इतिहास सिर्फ कप्तान को याद रखता है उसका साथ देने वाले सौनिकों को कौन याद रखता है लेकिन सबसे बड़ी सच्चाई तो ये है कि कप्तान को जीत तो सैनिक ही दिलाते हैं और कुछ ऐसा ही किया था इस सैनिक ने। पर उसके साथ हुआ क्या भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाने वाले उस खिलाड़ी को उसके बाद राष्ट्रीय टीम को खेलने का मौका ही नसीब नहीं हुआ।
याद करते हैं उस पल को
वर्ष 2007 टी 20 विश्व कप का फाइनल मुकाबला भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। मैच के आखिरी ओवर में पाक को जीत के लिए 6 गेंदों पर 13 रन बनाने थे। धौनी ने रिस्क लिया और गेंद थमा दी जोगिंदर शर्मा को, वो धौनी की उम्मीदों पर खरे उतरे और टीम को जीत दिलाई। 20वें ओवर की तीसरी गेंद पर जोगिंदर ने मिस्बाह उल हक को श्रीसंत के हाथों कैच आउट करवाया और भारतीय टीम को जीत मिली।
फिर नहीं खेल पाए भारत के लिए
इसे जोगिंदर सिंह की बदनसीबी कहें या फिर कुछ और वर्ष 2007 में टी 20 विश्व कप फाइनल खेलने के बाद उन्हें भारतीय टीम की तरफ से खेलने का मौका ही नहीं मिला। उन्हें भारतीय टीम में किसी भी प्रारूप में खेलने के लायक शायद नहीं समझा गया और विश्व कप का हीरो फिर से क्रिकेट फैंस को गेंदबाजी करता टेस्ट, वनडे या फिर टी20 में नहीं दिखा। हालांकि वो फिलहाल हरियाणा की तरफ से धरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं। 33 वर्षीय इस गेंदबाज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास नहीं लिया है लेकिन वो भारतीय टीम में वापसी कर पाएं इस बात की संभावना ना के ही बराबर है।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जोगिंदर का प्रदर्शन
जोगिंदर शर्मा को भारत के लिए अब तक सिर्फ चार वनडे और चार टी 20 मैच खेलने का मौका मिला है। चार वनडे मैचों में उन्होंने सिर्फ एक विकेट लिए जबकि चार टी 20 मैचों में उन्होंने कुल चार विकेट लिए। उन्होंने भारत के खिलाफ अपना आखिरी वनडे मुकाबला 24 जनवरी 2007 को कटक में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था जबकि आखिरी टी 20 मैच उन्होंने 24 सितंबर 2007 को जोहानसबर्ग में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। इसके बाद से उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिला।
धरेलू मैचों में जोगिंदर का प्रदर्शन
घरेलू मैचों में जोगिंदर शर्मा का प्रदर्शन लाजबाव रहा है। वो आज भी अच्छे प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम में वापसी का इंतजार कर रहे हैं। 33 वर्षीय जोगिंदर हरियाणा के लिए खेलते हैं और अब तक 77 फर्स्ट क्लास मैचों में 297 विकेट लिए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 28 रन देकर 8 विकेट रहा है। दूसरी तरफ उन्होंने लिस्ट ए के 80 मैचों में 115 विकेट लिए हैं। यहां उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 40 रन देकर 6 विकेट रहा है।