हालात ने नहीं दिया जेटली का साथ
लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से भाजपा नेता अरुण जेटली की हार ने सभी को चौंका दिया। पार्टी के लिए इस हार की गंभीरता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में भाजपा के कोटे से स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। अरुण जेटली के खिलाफ कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री
अमृतसर। लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से भाजपा नेता अरुण जेटली की हार ने सभी को चौंका दिया। पार्टी के लिए इस हार की गंभीरता का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में भाजपा के कोटे से स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। अरुण जेटली के खिलाफ कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को मैदान में उतार था और उन्होंने अरुण जेटली को 1,02,841 वोटो के अंतर से हराया।
कांग्रेस ने अरुण जेटली को बाहरी उम्मीदवार कह कर प्रचारित किया था। दूसरी ओर अमृतसर सीट से निवर्तमान सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने भी जेटली की मदद नहीं की। हालांकि अरुण जेटली की पत्नी संगीता डौली ने कहा कि डॉ. नवजोत कौर सिद्धू व अकाली भाजपा कार्यकत्र्ताओं ने जीत के लिए कड़ा परिश्रम किया है।
संगीता डौली ने कहा है कि जेटली परिवार अमृतसर में ही रहेगा। अमृतसर ही उनका पैतृक निवास स्थान है। कैप्टन अमरिंदर सिंह को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि लोगों का फतवा उन्हें स्वीकार है। संगीता ने कहा कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे और अरुण जेटली की जिम्मेदारी वही तय करेंगे।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह तीस साल बाद फिर संसद में नजर आएंगे। जीत के बाद कैप्टन ने कहा कि अमृतसर का सांसद चुने जाने से खुश हूं। अमृतसर में कोई मोदी की हवा नहीं थी। यहां जनता में सिर्फ पंजाब सरकार के खिलाफ गुस्से की लहर थी। कैप्टन ने कहा कि बादल सरकार के खिलाफ लोगों में जबर्दस्त गुस्सा है।
उतार-चढ़ाव को वक्त का तकाजा बताते हुए कैप्टन ने बताया कि चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद उन्होंने पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी से टेलीफोन पर बातचीत की थी। पार्टी के हालात के बारे में सोनिया जी ने कहा डोंट वरी अमरिन्दर। परिणाम आशा के विपरीत है।
पागल थोड़े ही हूं जो इस्तीफा दूं : डॉ. सिद्धू
भाजपा विधायक व सीपीएस डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने कहा कि वह अरुण जेटली की हार पर इस्तीफा क्यों दें? 'मैं कोई पागल थोड़े हूं।' चुनाव प्रचार के दौरान शिअद ने उनकी अनदेखी की। नवजोत सिंह सिद्धू को टिकट न मिलने का गुस्सा भी क्षेत्र के लोगों में था। उन्होंने कहा कि जेटली की हार का मुख्य कारण शिअद व सरकार के खिलाफ लोगों में गुस्सा रहा है।