गुजरात राज्यसभा चुनाव का 20:20 मुकाबला बना वन डे, राहुल को आया बुखार
गुजरात का राज्यसभा चुनाव काफी दिलचस्प रहा जहां पूरे देश की नजर पिछले करीब पन्द्रह दिनों से लगी हुई थी।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। ऐसे समय में जब गुजरात में राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ और दूसरी तरह कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक हुई लेकिन उसमें राहुल गांधी शरीक नहीं हो पाए। कांग्रेस वर्किंग कमेटी की अध्यक्षता सोनिया गांधी ने की। ख़बरों के मुताबिक, राहुल गांधी को वायरल फीवर हो गया है। इसकी वजह से वे इस वर्किंग कमेटी में हिस्सा नहीं ले पाए।
भारतीय राजनीति के इतिहास में ऐसा शायद पहली बार देखने को मिला है जब किसी राज्यसभा चुनाव को लेकर इतनी गहमागहमी और हलचल दोनों प्रमुख दलों में रही। सुबह चुनाव शुरू होने से ना केवल पन्द्रह दिन पहले बल्कि चुनाव के दौरान के आठ घंटों में भाजपा और कांग्रेस दोनों तरफ से अपनी जीत के दावे और गणित सामने आते रहे। ऐसा लग रहा था कि मानो क्रिकेट का 20:20 मुक़ाबला चल रहा हो। बात जब एक या दो वोट से जीतने या हारने की होने लगी तब ये रोमांच अपने चरम पर जा पहुंचा।
बात केवल अहमद पटेल या उनको चुनौती देने वाले बलवंत सिंह राजपूत की नहीं रही बल्कि राष्ट्रीय चर्चा का विषय बन गई। नतीजे के इंतजार में सबकी निगाहें घड़ी की ओर रही और रोमांच हर पल बढ़ता रहा। वोटों की गिनती का काम फिलहाल शुरू हो गया है और विजेता का नाम जल्दी ही सामने आ जाएगा।
वाघेला ने कहा- पटेल को नहीं दिया मत
शंकर सिंह वाघेला ने मतदान के तुरंत बाद कहा कि उन्होंने अहमद पटेल को मत नहीं दिया है। उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस के 44 विधायकों में तीन से चार विधायक और टूटेंगे। वाघेला ने कहा कि अहमद पटेल को वोट न देने का अफसोेस है, राजनीतिक समीकरणों के मुताबिक अहमद पटेल चुनाव हार जाएंगे। वो कांग्रेस के नेताओं को पहले से समझा रहे थे कि गुजरात की जमीनी हकीकत से आप दूर क्यों भाग रहे हैं। अहमद पटेल पर निशाना साधते हुए वाघेला ने कहा कि उनकी वजह से कांग्रेस टूट गई। गुजरात में कमजोर कांग्रेस के लिए सीधे तौर पर अहमद पटेल जिम्मेदार हैं।
वाघेला के समधि हैं बलवंत राजपूत
कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन करने वाले बलवंत सिंह राजपूत शंकर सिंह वाघेला के रिश्ते में समधी हैं, जबकि अहमद पटेल पिछले 25 सालों से शंकरसिंह वाघेला के दोस्त रहे हैं। वाघेला पर अपने समधी को जिताने के साथ-साथ अपने बेटे का भी राजनीतिक भविष्य ताक पर है। हालांकि कांग्रेस से अब तक जिन 6 विधायकों ने इस्तीफा दिया है, उसके पीछे लोग शंकर सिंह वाघेला को जिम्मेदार मानते हैं।